शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है मॉं का दूध
शिशु के लिए मॉं का दूध सर्वोत्तम आहार माना गया है इसमें सभी पौष्टिक तत्व होने के साथ ही रोग प्रतिरोध क्षमता, बुद्धि, बल और शरीर का भी विकास होता है—
— शिशु के जन्म के 1 घंटे के अंदर स्तनपान जरूर शुरू करें। शिशु जन्म के बाद मॉं का पहला पीला और गाढ़ा दूध अमृत के समान काम करता है।
— मॉं का दूध शिशु को निमोनिया और दस्त से बचाता है।
— शिशु को आगे के जीवन में हो सकने वाले गैर संचारी रोगों के खतरे से बचाता है।
— मॉं का दूध शिशु के मानसिक व शारीरिक विकास को बढ़ाता है।
— शिशु के लिए मॉं का दूध एक संपूर्ण आहार है इसलिए पहले 6 माह तक उसें केवल मॉं का दूध ही पिलायें। पानी, बकरी का दूध या मधु इत्यादि नहीं पिलायें।
— शिशु जब 6 माह का हो जाए तो फिर उसें मॉं के दूध के साथ अन्य आहार भी देना शुरू करें।
— शिशु को उपरी आहार के अलावा कम से कम 2 साल तक स्तनपान कराएं।
मॉं का दूध पीने वाले बच्चों से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां—
— मॉं का दूध पीने वाले बच्चों का मानसिक विकास स्तनपान न करने वाले बच्चों से अधिक होता है।
— शिशु को बोतल से दूध न पिलाएं बल्कि सीधे ही स्तनपान कराएं।
— शिशु बीमार होने पर बार—बार स्तनपान कराएं।
— शिशु को तब तक स्तनपान करायें जब तक वो करना चाहता है।
— शिशु को रात्रि में स्तनपान जरूर कराएं, ऐसा करने से मॉं के शरीर में दूध की मात्रा अधिक बनती है।
स्तनपान कराने वाली मॉं को खाना चाहिए ऐसा संतुलित आहार
स्तनपान कराने वाली मॉं को संतुलित आहार लेना जरूरी है जिससें की उनके शरीर में बनने वाला दूध भी पौष्टिक व मात्रा में अधिक हो। इसके लिए अपने भोजन में हरी और पत्तेदार सब्जियां, दूध से बनी चीजें, मांस, मछली, अंडा, गुड़, तेल, घी और मौसम के अनुसार आने वाले फलों को शामिल करें।