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हिसार

आखिर क्यों बोले, दोबारा ना हो जाए धोखा! पढि़ए…

समझौता सिरे चढ़ा, किसानों पर दर्ज मुकदमे निरस्त होंगेहिसार. कमिश्नर ऑफिस का सोमवार को घेराव करने आए किसान आंदोलनकारियों की मांगों पर झुकते हुए जिला प्रशासन ने 16 मई को दर्ज हत्या के प्रयास समेत अन्य धारों के तहत करीब 350 आंदोलनकारियों पर बने मुकदमे निरस्त करने पर सहमति जता दी।

हिसारMay 25, 2021 / 12:28 am

satyendra porwal

आखिर क्यों बोले, दोबारा ना हो जाए धोखा! पढि़ए...

आखिर क्यों बोले, दोबारा ना हो जाए धोखा! पढि़ए…

-तीन घंटे चली वार्ता के बाद माने किसान
समझौता सिरे चढऩे पर किसानों ने नारे लगाए। इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, बलबीर राजेवाला की अगुवाई वाली 26 सदस्यीय कमेटी की एसडीएम जगदीप की मौजूदगी में जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई। दोपहर ढाई बजे शुरू हुई मीटिंग करीब तीन घंटे चली। इस बीच प्रदर्शन से ठीक पहले क्रांतिमान पार्क के धरनास्थल से थोड़ी दूर गांव उगालन के आंदोलकारी रामचंद्र खरब हिसार जिले की ह्दयाघात से मौत हो गई। इसके साथ दिनभर चली तनावपूर्ण स्थिति तथा टकराव की आशंका का पटाक्षेप हो गया।
किसान नेता राकेश टिकैत ने मीटिंग से बाहर आकर समझौते पर संतोष जताया व दोहराया कि कोई धोखा हुआ तो प्रशासन तथा सरकार बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे।
हिसार छावनी में तब्दील
प्रदर्शन से पहले हिसार छावनी में तब्दील हुआ। आंदोलनकारियों की संख्या देखते हुए आरपीएफ की छह टुकडिय़ां शामिल रही। हिसार समेत आसपास के जिलों से पुलिस बल तैनात रही। गौरतलब है कि एक हफ्ते पहले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद हुई झड़प हुई थी। आंदोलनकारियों को बाद में पता चला कि करीब 350 आंदोलनकारियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। आंदोलनकारियों ने सोमवार को हिसार में आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। सोमवार को आंदोलनकारियों ने प्रशासन का वार्ता आमंत्रण स्वीकार कर लिया।
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