scriptएक स्कूल ऐसा भी जहां बच्चे तो हैं, लेकिन… | Schools Staff Insufficient In Haryana | Patrika News
हिसार

एक स्कूल ऐसा भी जहां बच्चे तो हैं, लेकिन…

बघौला गांव का राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय। यहां नहीं है एक भी शिक्षक। ऐसे में कैसे शिक्षित होंगी बालिकाएं।

हिसारDec 04, 2019 / 01:26 am

satyendra porwal

एक स्कूल ऐसा भी जहां बच्चे तो हैं, लेकिन...

एक स्कूल ऐसा भी जहां बच्चे तो हैं, लेकिन…

(फिरोजपुर झिरका). हरियाणा के बघौला गांव के राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय में एक भी शिक्षक नहीं है। बालिकाएं रोजाना इस आस में विद्यालय आती हैं और बरामदे में बैठ जाती हैं कि शायद आज तो हमारे विद्यालय में शिक्षक आएंगे और हमें पढ़ाएंगे, लेकिन यह उम्मीद कब पूरी होगी यह अभी किसी को पता नहीं है।

एक ओर जहां देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के संदेश से लोगों में शिक्षा के प्रति जागरुकता आई है वहीं इस विद्यालय में शिक्षक ही नहीं होना दु:खद स्थिति है। ऐसे में बालिकाओं को शिक्षित कौन करेगा।
जानकारी के अनुसार बघौला गांव के राजकीय मिडिल स्कूल तथा राजकीय कन्या मिडिल स्कूल एक ही कैम्पस में चलते हैं, लेकिन दोनों स्कूलों के भवन अलग- अलग हैं। गल्र्स मिडिल स्कूल में इस समय 45 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। इनमें छठी में 20, सातवीं में 26 तथा आठवीं कक्षा में 30 छात्राएं हैं। इनको शिक्षित करने के लिए स्कूल में कोई शिक्षक नहीं है।

पहले सात वर्ष लगातार नहीं रहा कोई शिक्षक
बघौला गांव के गल्र्स मिडिल स्कूल में वर्ष 2010 से 2017 तक कोई भी अध्यापक नहीं रहा। मिडिल स्कूल के टीचर ही इन बालिकाओं को थोड़ा बहुत समय दे देते थे।
कई छात्राएं कटवा चुकी हैं स्कूल से नाम
इधर, गल्र्स मिडिल स्कूल बघौला में भी शिक्षक कम होने से कई छात्राएं अपना नाम स्कूल से कटवा चुकी हैं। लापरवाही का यही आलम रहा तो अन्य छात्राएं भी स्कूल से नाम कटवा सकती हैं।
क्या कहते हैं ग्रामीण
बघौला गांव के पंचायत सदस्य मुबारिक, सददाम व अरशद ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी तुरंत प्रभाव से गांव के गल्र्स मिडिल स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति करें, नहीं तो वे आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे।
सब कुछ सरकार पर निर्भर
पूरे जिले के स्कूलों में अध्यापकों की कमी है। सरकार जब टीचर्स की नियुक्ति कर देगी तब इस स्कूल में टीचर लगा देंगे।
इंद्रजीत सिंह मजोका, बीईओ, ब्लाक फिरोजपुर झिरका

Home / Hisar / एक स्कूल ऐसा भी जहां बच्चे तो हैं, लेकिन…

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो