पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परिवार में विघटन से जननायक जनता पार्टी का जन्म हुआ है। उनके बेटे पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के बडे बेटे अजय सिंह चौटाला ने अपने छोटे भाई अभय सिंह चौटाला को चुनौती देते हुए अलग जननायक जनता पार्टी का गठन कर लिया। हालांकि इस राजनीतिक विभाजन से पहले ही अजय सिंह चौटाला की पत्नी नैना चौटाला 2014 में डबवाली सीट से विधायक चुनी गईं और हरी चूनरी चौपाल के नाम से महिलाओं को राजनीतिक रूप से जागरूक करने में जुट गई थीं लेकिन जननायक जनता पार्टी के गठन के बाद नैना चौटाला मूल पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के लिए एक चुनौती के रूप में दिखाई देने लगीं। ऐसे में इंडियन नेशनल लोकदल के मुखिया ओमप्रकाश चौटाला के निर्देशन में पार्टी का संचालन कर रहे पूर्व नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने चौधरी देवीलाल के दिवंगत पुत्र प्रताप सिंह के पुत्र अपने चचेरे भाई रवि चौटाला की पत्नी सुनयना चौटाला को राजनीति में उतार दिया है। सुनयना को हाल में इंडियन नेशनल लोकदल में महासचिव बनाया गया है।
नैना—सुनयना ने एक ही कॉलेज से की पढ़ाई
सुनयना चौटाला कॉलेज में पढाई के दौरान छात्र नेता रही है। अब राजनीति में उन्हें नई पारी खेलने का अवसर मिला है। सुनयना का कहना है कि वे महिलाओं को इंडियन नेशनल लोकदल से जोडने का काम करेंगी। सुनयना के राजनीति में आने पर नैना चौटाला की कोई विपरीत प्रतिक्रिया नहीं है। उनका कहना है कि वे पहले की भांति अपना काम करेंगी। नैना चौटाला और सुनयना चौटाला ने हिसार के एक ही कॉलेज में पढाई की है। हालांकि दोनों के बीच दस वर्ष का अंतर है। नैना चौटाला की उम्र 52 वर्ष है तो सुनयना की उम्र 42 वर्ष है।