scriptइंडियन नेशनल लोकदल के पांच विधायकों की सदस्यता के बारे में फैसले की समय सीमा नहीं | time limit not decided to give decision on INLD-JJP mla issue | Patrika News

इंडियन नेशनल लोकदल के पांच विधायकों की सदस्यता के बारे में फैसले की समय सीमा नहीं

locationहिसारPublished: Mar 25, 2019 06:15:09 pm

Submitted by:

Prateek

बता दें कि विधानसभा के निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने अपने पद से इस्तीफा देने के साथ ही इनेलो से जेजेपी में गए विधायकों की सदस्यता रद्य करने के लिए स्पीकर को चिट्टी लिखी थी…

abhay singh chautala file photo

abhay singh chautala file photo

(चंडीगढ,हिसार): हरियाणा के विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल के विभाजन से बनी नई पार्टी जननायक जनता पार्टी में गए मूल पार्टी के चार विधायकों और भाजपा में शामिल हुए एक विधायक को दलबदल कानून के तहत विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराने के लिए दायर की गई याचिका पर स्पीकर एक निश्चित समय सीमा में फैसला करने के लिए बाध्य नहीं है। दलबदल निरोधक कानून में इसके लिए समय सीमा निर्धारित ही नहीं की गई है।

 

इंडियन नेशनल लोकदल ने अपनी पार्टी के इन पांच विधायकों के दलबदल कर लेने पर हाल ही में स्पीकर को याचिका भेजते हुए इनकी सदन की सदस्यता समाप्त करने की मांग की है। संसदीय मामलों के जानकार राम नारायण यादव का इस याचिका पर फैसले की समय सीमा को लेकर कहना है कि दलबदल निरोधक कानून में इन याचिकाओं पर फैसले की कोई समय सीमा तय नहीं है। यह स्पीकर पर निर्भर करता है कि वे किस तरह संज्ञान लेकर फैसला करते है। उन्होंने कहा कि वस्तुतः यह मामला एक ट्रिब्यूनल की तरह है कि वो अपनी सहूलियत के अनुसार फैसला करे।

 

यादव ने बताया कि इंडियन नेशनल लोकदल द्वारा पांच विधायकों के खिलाफ दलबदल निरोधक कानून के तहत याचिका दायर किए जाने के बाद अब सभी पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगेंगे। जवाब मिलने के बाद समीक्षा करेंगे कि आगे क्या कार्रवाई की जाए। इस प्रक्रिया में छह माह और एक साल का समय भी लग सकता है। उन्होंने कहा कि दलबदल निरोधक कानून बहुत लचीला बनाया गया है और उसमें याचिका निपटारे की समय सीमा तय नहीं की गई है।

 

हरियाणा के मुख्य विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटों अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटाला के बीच कलह के चलते इंडियन नेशनल लोकदल में विभाजन होने पर अजय सिंह ने जननायक जनता पार्टी का गठन किया। इसके साथ ही इंडियन नेशनल लोकदल के चार विधायक जननायक जनता पार्टी के साथ चले गए। एक विधायक भाजपा में शामिल हो गया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो