इंडियन नेशनल लोकदल ने अपनी पार्टी के इन पांच विधायकों के दलबदल कर लेने पर हाल ही में स्पीकर को याचिका भेजते हुए इनकी सदन की सदस्यता समाप्त करने की मांग की है। संसदीय मामलों के जानकार राम नारायण यादव का इस याचिका पर फैसले की समय सीमा को लेकर कहना है कि दलबदल निरोधक कानून में इन याचिकाओं पर फैसले की कोई समय सीमा तय नहीं है। यह स्पीकर पर निर्भर करता है कि वे किस तरह संज्ञान लेकर फैसला करते है। उन्होंने कहा कि वस्तुतः यह मामला एक ट्रिब्यूनल की तरह है कि वो अपनी सहूलियत के अनुसार फैसला करे।
यादव ने बताया कि इंडियन नेशनल लोकदल द्वारा पांच विधायकों के खिलाफ दलबदल निरोधक कानून के तहत याचिका दायर किए जाने के बाद अब सभी पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगेंगे। जवाब मिलने के बाद समीक्षा करेंगे कि आगे क्या कार्रवाई की जाए। इस प्रक्रिया में छह माह और एक साल का समय भी लग सकता है। उन्होंने कहा कि दलबदल निरोधक कानून बहुत लचीला बनाया गया है और उसमें याचिका निपटारे की समय सीमा तय नहीं की गई है।
हरियाणा के मुख्य विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटों अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटाला के बीच कलह के चलते इंडियन नेशनल लोकदल में विभाजन होने पर अजय सिंह ने जननायक जनता पार्टी का गठन किया। इसके साथ ही इंडियन नेशनल लोकदल के चार विधायक जननायक जनता पार्टी के साथ चले गए। एक विधायक भाजपा में शामिल हो गया।