शहतूत सफेद और लाल दोनों तरह का होता है, लेकिन शुगर में सफेद शहतूत ज्यादा फायदेमंद होता है। सफेद शहतूत में फाइबर, विटामिन सी और आयरन सहित कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम और विटामिन ए जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं।
सफेद शहतूत बल्ड शुगर को कंट्रोल करता है क्योंकि ये इंसुलीन को रेग्युलेट करने में मददगार होता है। कैंसर कोशिका वृद्धि को रोकने के साथ ही ये कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है।
टाइप 2 डायबिटीज में यदि 1,000 मिलीग्राम शहतूत के पत्ते के अर्क का 3 महीने तक रोजाना 3 बार सेवन किया जाए तो ब्लड शुगर तेजी से कम होता है। ऐसा एक शोध में बताया गया है। वहीं ये हीमोग्लोबिन A1C के लेवल में भी सुधार किया, जो कि ब्लड शुगर बढ़ने का बड़ा कारण है। इसकी पत्तियों का रस अग्न्याशय में बीटा कोशिकाओं के कार्य को बेहतर करने में मदद मिली, जो इंसुलिन उत्पादन के लिए जिम्मेदार हैं।
ब्लड शुगर को मेंटेन करने के लिए आप शहतूर के पत्ते, फल या ठंडल किसी का भी उपयोग कर सकते हैं। वैसे पत्ते का रस या ठंडल का चूर्ण रोज सुबह खाली पेट लेना ज्यादा फायदेमंद होगा।