उत्तर भारत के सफर करने वाले अधिकतर यात्री लिंक के तीनों स्लीपर और दोनों एसी कोच पीछे होने से असमंजस में रहते थे। उन्हें लिंक के कोचों को ढूंढना पड़ता है। इस चक्कर में कई बार ट्रेन छूट जाती थी।
बीच से हटेगा एसएलआर, बदलेगी नामपट्टिका
विशाखापट्टनम लिंक हटने के बाद एस 3 से एस 1 कोच दक्षिण के एस 4 के बाद क्रमबद्ध हो जाएंगे, वही बीच में लगा एसएलआर कोच हट जाएगा। इसके साथ ही लिंक के कोचों पर लगी पट्टिका में विशाखापट्टनम- निजामुद्दीन की जगह हैदराबाद-निजामुद्दीन लिखा रहेगा। इससे यात्रियों को अपने तीनों कोच ढूंढने भटकना नहीं पड़ेगा।
तकनीकी कारणों से रेल प्रशासन हैदराबाद- निजामुद्दीन दक्षिण एक्सप्रेस में विशाखापट्टनम लिंक को 22 जनवरी से डी-लिंक किया जा रहा है। लिंक के पांचों कोच यथावत रहेंगे, लेकिन यह ये विशाखापट्टनम नहीं जाकर हैदराबाद तक जाएगी। अब एक ही ट्रेन रहेगी।
– आईए सिद्की, पीआरओ, सेंट्रल रेलवे, भोपाल।
ट्रेनों और प्लेटफार्मों पर पिलाएंगे पोलियो की खुराक
इटारसी। भोपाल मंडल में रेल प्रशासन रविवार से मंगलवार तक पॉंच वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए आयोजित पल्स पोलियो अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने जा रहा है। इसके लिए मंडल के सभी स्टेशनों पर तथा गुजरने वाली ट्रेनों में बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी।
रेलवे के पीआरओ आईए सिद्दकी ने बताया कि मंडल में पोलियो खुराक देने 52 बूथों का गठन किया गया है। इसके अलावा इटारसी स्टेशन और यहां से गुजरने वाली ट्रेनों के अलावा रेलवे कॉलोनियों में भी कॢमयों के घरों पर पहुंचकर पोलियो की खुराक बच्चों को दी जाएगी।
इन ट्रेनों में देंगे खुराक
सिद्दकी ने बताया कि खुराक पिलाने के लिए मोबाइल बूथ का गठन किया गया है। भोपाल से इटारसी की ओर आने वाली 12628 कर्नाटक एक्सप्रेस, 11072 कामायनी एक्सप्रेस, 59385 झॉंसी-इटारसी पैसेंजर में भी में मोबाइल टीम दवा पिलाएगी।