सेहत के सत्संग में शामिल हो रहे लोगों का दावा है कि इससे उनके कई सारे रोग ठीक हो गए हैं। सुबह 5 बजे से 1 घंटे तक साई प्रभात फैरी में लोग ताली बजाकर भजन गाते हुए इसमें शामिल होते हैं। जिससें बच्चों, बुजुर्ग, महिलाएं सभी शामिल होती है। प्रभात फेरी के बाद एक स्थान पर बैठकर 21 बार ओमकार की ध्वनि का उच्चारण किया जाता है। इससे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा और दिनभर स्फूर्ति बनी रहती है।
इन्हे हुए सेहत में सुधार
पुष्पा केवट कृष्ण, यशपाल सिंह, गंगाधर हनोतिया ने बताया प्रभात फेरी से बीपी और शुगर पर भी कंट्रोल किया है। सकारात्मक भी बढ़ी है साईं समिति के सदस्य राजेश जायसवाल बताते हैं कि साईं जन्म सप्ताह में 7 दिन प्रभात फेरी निकाली जा रही है। सभी त्योहारों पर भी फेरी निकालते हैं प्रभात फेरी में सामान्य नागरिक भी शामिल होते हैं सत्य साईं जन्म सप्ताह में सुबह प्रभात फेरी शाम को भजन का आयोजन किया जा रहा।
ऐसी दुरुस्त होती है सेहत
पैदल चलना– इससे शरीर का बीपी नियंत्रित होता है सुबह ताजी हवा में चलने से सांस लेने से फेफड़ों की बीमारी दूर होती है उसकी कमी से आंखों की रोशनी बढ़ती हैं।
ओमकार की ध्वनि– 21 बार ओमकार की ध्वनि की जाती है। इससे ओ, ऊ, और म की ध्वनि को बारी बारी से कम ज्यादा किया जाता है। रक्त वाहिनीया साफ होती हैं ब्लॉकेज खुलते हैं।
तालियां– भजन के साथ तालियां बजाकर ओम का उच्चारण करने से सकारात्मक ऊर्जा आती है। रक्त, शरीर स्वस्थ्य होता है।