होशंगाबाद. जिलेभर में शराब की खरीद-फरोख्त पर चुनाव आयोग की हर पल नजर है। यही कारण है कि आयोग के पोर्टल पर हर दिन का हिसाब-किताब अपलोड हो रहा है।
इसमें दुकानों की गत दिन की ओपनिंग, रिसीविंग, सेल एवं क्लोजिंग की जानकारी शामिल है। वेयरहाउस से दुकानों तक की शराब की सप्लाई, बिक्री और स्टॉक की जानकारी सीधे चुनाव आयोग के पोर्टल पर अपलोड हो रही है। जिले में शराब के तीन वेयरहाउस (दो देशी और 1 विदेशी) हैं। विदेशी शराब रैसलपुर ग्राम और देशी शराब होशंगाबाद के ग्वालटोली एवं सोहागपुर स्थित वेयरहाउस में स्टोर होती है। जिसे जिले की सभी ठेकेदारों की 62 दुकानों में सप्लाई किया जाता है।
विस चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में होशंगाबाद जिले में पहला यूनिक टै्रकिंग सिस्टम कलेक्टर प्रियंका दास ने डेवलप कराया है। इसके अंतगर्त वेयरहाउस से दुकानों के लिए शराब की खेप वाहनों में लोड होते ही इसकी सूचना अधिकारियों के वाट्सएप ग्रुप पर आ जाती है। जिसमें गाड़ी नंबर, परमिट नंबर, शराब की मात्रा का उल्लेख होता है। दुकान पर शराब वाहन पहुंचते ही आबकारी विभाग का संबंधित क्षेत्र का उप निरीक्षक वेरीफाइ करता है कि शराब दुकान पहुंच गई है। इसमें यह देखा जाता है कि शराब जहां के लिए निकली है, उस दुकान पर पहुंची या नहीं।
आबकारी विभाग दे रहा पूरा हिसाब
जिले के सभी अनुविभागों की सभी 62 दुकानों की गत दिवस की ओपनिंग, रिसीविंग, सेल व क्लोजिंग की जानकारी रोजाना ली जा रही है। इसमें गत वर्ष के इसी दिनांक से वर्तमान वर्ष की दिनांक की एवरेज की तुलना होती है। जैसे किसी दुकान में शराब की मात्रा की असमानता (ज्यादा) खपत दिखती है तो इसकी अलग से मॉनीटरिंग कर जांच की जाती है।
राज्य स्तरीय उडऩदस्ते ने की सर्चिंग
भोपाल से आए आबकारी विभाग के राज्य स्तरीय उडऩ दस्ते ने जिले की सभी शराब दुकानों सहित अवैध शराब की खरीद-फरोख्त की सर्चिंग की। दल में शामिल सहायक आयुक्त नरेश चौबे ने जिले के सहायक आयुक्त आरएन सोनी सहित 12 सदस्यीय टीम के साथ होशंगाबाद से लेकर इटारसी तक सघन गश्त की। अवैध शराब के कारोबार के कुछ पाइंट भी चिन्हित किए।