14 गौशालाएं बनाई जाएंगी जिले के सभी सात ब्लॉक में 14 गौशालाएं बनाई जाएंगी। प्रत्येक गौशाला परियोजना पर 29 लाख 62 हजार रुपए खर्च होंगे। इस तरह चार करोड़ 14 लाख 68 हजार रुपए खर्च होंगे। हर गौशाला छह एकड़ में होगी। इसके एक एकड़ में गौशाला और पांच एकड़ में चारागाह विकसित किया जाएगा। खास बात यह भी है कि इन गौशालाओं में बछड़ों के लिए अलग से शेड बनाए जाएंगे। पीने के पानी और बिजली के इंतजाम के साथ सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेंगे। प्रत्येक गौशाला में 100 गौवंश रखे जा सकेंगे।
मिलेगी आवारा मवेशियों की समस्या से निजात : नगरीय क्षेत्रों में आवारा मवेशियों की समस्या से लोग परेशान हैं। नगरपालिका क्षेत्रों में गौशाला नहीं होने से दिनोंदिन समस्या बढ़ती जा रही है। गौशाला बनने से यहां इन मवेशियों को रखा जा सकेगा।
परियोजना में ये काम होंगे : गौशाला शेड़, हौज, बछड़ा शेड, चौकीदार कक्ष, भूसा गोदाम, ग्राउंड समतलीकरण, फैंसिंग व नागरिक सूचना फलक, कम्पोस्ट यूनिट/नाडेप, ट्यूबवेल, मोटर, पानी की टंकी (६ हजार लीटर)। निर्माण की जिम्मेदारी :
गौशाला का निर्माण मनरेगा से होगा। कार्य की निर्माण एजेंसी संबंधित ग्राम पंचायत होगी। कलेक्टर के अधीन गठित समन्वयक समिति द्वारा अनुमोदित अन्य एजेंसी को भी क्रियान्वयन एजेंसी बनाया जा सकेगा। पंचायतें करेंगी संचालन :
गौशाला का निर्माण करने के साथ-साथ ग्राम पंचायत उसका संचालन भी करेगी। विभिन्न मदों से चारा/भुसा की व्यवस्था, संधारण तथा अनुरक्षण के लिए आवश्यक राशि पंच परमेश्वर के माध्यम से पंचायतों को मिलेगी। कहां बनेंगी गौशाला
सिवनीमालवा – अमलाड़ाकला, भेमड़ीदेव
केसला – केसला भरगदा
होशंगाबाद – रंढ़ाल, बाईखेड़ी
बाबई – सांगाखेड़ाकला, जावली
सोहागपुर – चारगांव, गोडीखेड़ाकला
पिपरिया – हथवास, बांसखेड़ा
बनखेड़ी – उमरधा, बाचावानी
गौशाला परियोजना के तहत जिले में 14 गौशालाएं बनाई जाएंगी। सभी ब्लॉकों में भूमि चिन्हित करके काम शुरू कराया गया है। इन गौशालाओं में खुद का चारागाह भी विकसित कर रहे हैं। जनवरी तक काम पूरा हो जाएगा।
आदित्य सिंह, सीइओ जिला पंचायत