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होशंगाबाद

कलेक्टर के आदेश की अनदेखी, अस्पताल के बाहर फेंका जा रहा बॉयो मेडिकल वेस्ट

कलेक्टर धनंजय सिंह के आदेश के बावजूद जिला अस्पताल परिसर की सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। परिसर में जगह-जगह कचरे के ढ़ेर लगे हैं।

होशंगाबादFeb 13, 2020 / 02:55 pm

poonam soni

कलेक्टर के आदेश की अनदेखी, अस्पताल के बाहर फेंका जा रहा बॉयो मेडिकल वेस्ट

कलेक्टर के आदेश की अनदेखी, अस्पताल के बाहर फेंका जा रहा बॉयो मेडिकल वेस्ट

होशंगाबाद। कलेक्टर धनंजय सिंह के आदेश के बावजूद जिला अस्पताल परिसर की सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। परिसर में जगह-जगह कचरे के ढ़ेर लगे हैं। हालात यह हैं कि सामान्य कचरे के साथ खुले में अस्पताल से निकलने वाला बॉयो मेडिकल वेस्ट फैंका जा रहा है। ज्ञात हो कि कलेक्टर धनंजय सिंह ने पदभार संभालने के ठीक एक दिन बाद 8 दिसंबर को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। यहां जगह-जगह गंदगी और सड़कों पर भरा गंदा पानी देख उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को अस्पताल के भीतर और नपा सीएमओ को सप्ताह में दो दिन पूरे परिसर में अभियान चलाकर सफाई करने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके अस्पताल के भीतर हिस्से और बाहरी परिसर में गंदगी का आलम है।
गंदगी पर कटे थे नंबर
कायाकल्प अभियान के फाइनल सर्वेक्षण से पहले अस्पताल ने खुद की रैंकिंग की थी। जिसमें अस्पताल प्रबंधन ने खुद को 83.2 प्रतिशत अंक दिए थे और सर्वेक्षण दल ने अस्पताल में गंदगी मिलने पर 13 प्रतिशत अंक काट लिए थे। जिससे प्रदेश स्तरीय रैकिंग में अस्तपाल ३० नंबर पर पहुंच गया।
मरीज और कर्मचारी परेशान
गंदगी से परेशान आयुष विंग ने टीएल बैठक में पूर्व कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से शिकायत कर कचरा कंटेनर को हटवाने की बात कही थी। इससे पहले शिकायत आवेदन भी दिया था। आयुष विंग प्रभारी डॉ. एके पुष्कर ने बताया कि हगीस मवेशी उठाकर अस्पताल के भीतर दरवाजे तक ले आते हैं। गंदगी और बदबू से बैठना मुश्किल हो रहा है। जिला आयुष प्रभारी डॉ. जीआर व्यास ने कहा कि पहले भी इस समस्या का निराकरण करने कलेक्टर से शिकायत की जा चुकी है।
सामान्य कचरे के साथ फैंक रहे मेडिकल वेस्ट
जिला अस्पताल से निकलने वाला बॉयो मेडिकल वेस्ट सामान्य कचरे में फैंका जा रहा है। जिला अस्पताल में आयुष विभाग के पास रखे नपा के डस्टबिन (कंटेनर) में वेस्ट फैंका जा रहा है। जिससे संक्रमण की संभावना बनी है। अस्पताल के आसपास खुले में फैंके जा रहे वेस्ट में मुंह मारने वाले पशुओं पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। सप्ताह में दो दिन सफाई अभियान चलाने के निर्देश के बाद नपा ने २० दिन बाद अभियान शुरू किया था। वह भी एक दिन के लिए, इसके बाद अब तक सफाई अभियान नहीं चलाया गया।
सफाई नहीं होने से फैल सकती हैं बीमारियां
अस्पताल से निकलने वाले लगभग 50 प्रतिशत वेस्ट खतरनाक होते हैं। जिससे जानवरों और इंसानों में कई प्रकार की बीमारियां फैल सकती हैं। इसलिए इन बायो मेडिकल वस्तुओं के रीसाइकल पर जोर दिया जाता है। अस्पताल में प्रतिमाह 1 हजार से अधिक लोगों का उपचार होता है, तो उस अस्पताल को कानून के हिसाब से बायो मेडिकल वेस्ट की विभिन्न श्रेणियों में निपटारा करना होता है।
गंभीर बात हैं
अस्पताल में बॉयो मेडिकल वेस्ट कलेक्शन के लिए रूम है। खुले में कचरा फैंकना गंभीर बात है। कर्मचारियों को खुले में कचरा नहीं फैंकने की समझाइश देंगे।
डॉ दिनेश कौशल, सीएमएचओ, जिला अस्पताल होशंगाबाद
सफाई करवाएंगे
कचरा के साथ निडिल, सेनेटरी पैड व अस्पताल का वेस्ट खुले में फैंका जाता है। यह कैटेगरी-२ का कचरा है। कलेक्टर के आदेश के बाद अस्पताल में सफाई करवाई थी।
प्रभात सिंह, सीएमओ नगरपालिका, होशंगाबाद
कार्रवाई की जाएगी

कलेक्टर ने अभियान चलाकर नपा को सफाई करने के निर्देश दिए थे। एक दिन अभियान चला था, इसके बाद नहीं। अस्पताल के भीतर सफाई कार्रवाई जाएगी।

डॉ रविंद्र गंगराड़े, सीएस, जिला अस्पताल होशंगाबाद

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