बताया जाता है कि छात्रा नम्रता ने जिस कमरे में फांसी लगाई वह उसका कमरा नहीं था। होशंगाबाद जिले के बाबई निवासी नर्मता चौहान पिता दिनेश चौहान (23) बीए सेकंड इयर की छात्रा थी। रात में वो तीन बजे तक अपनी रूम मेट के साथ पढ़ाई की। उसके बाद उसकी रूम मेट अपने कमरे में चली गई। सुबह जब 5.30 बजे उसकी दोस्त जब उसके कमरे में आई तो देखा कि अंदर से कमर लॉक है। तोड़कर अंदर देखा तो नर्मता फांसी पर लटकी हुई थी। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।पढ़ाई में थी होनहार
पिता डीके चौहान ने बताया उनकी बेटी पढ़ाई में शुरु से ही होनहार रही। उसने यह कदम क्यों उठाया।
नम्रता द्बारा यह कदम उठाने के बाद घर सहित मोहल्ले का माहौल गमगीन हो गया है।