कहां गए २० लाख रुपए- बैठक में जिला सहकारी बैंक के सीईओ ने बताया कि बनखेड़ी ब्र्रांच को २० लाख रुपए नगद उपलब्ध कराए गए थे। मामले में कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए। कहा गया कि नोटिस जारी किया जाए, कि २० लाख रुपए ब्रांच मैनेजर द्वारा कब और किसको दिया गया।
बैठक में निर्णय- जिला उपार्जन समिति की बैठक 9 अक्टूबर को हुई। बैठक में रासायनिक उर्वरक पर चर्चा की गई। बताया गया कि किसानों को समितियों से नगद में खाद बेचा जा सकता है। समितियां कमर्शियल बैंक से डीडी बनवाकर खाद ले सकती है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ ने बताया कि समितियों के पास फंड नहीं है।
एक करोड़ मिले तब यहां भेजा खाद- जिला सहकारी बैंक ने शुक्रवार को विपणन संघ को १ करोड़ १० लाख रुपए का भुगतान किया। इसके बाद सिवनीमालवा की १४ सोसाटियों में डीएपी-यूरिया की खेप रवाना की गई। प्रत्येक सोसायटी में २५-२५ टन खाद दिया जाएगा।
डीएपी के दाम बढ़े- किसानों को इस बार करीब सौ रुपए महंगा डीएपी खरीदना पड़ेगा। डीएपी की कीमत १३४० से १४०० रुपए है। जबकि पिछले साल भाव १२५० से १२९० रुपए था। यूरिया की बोरी का वजन घटाकर ५० से ४५ किलो कर दिया गया है। यूरिया पहले २९५ रुपए था, अब २६६.५० रुपए में मिलेगा।
एक करोड़ मिले तब यहां भेजा खाद- जिला सहकारी बैंक ने शुक्रवार को विपणन संघ को १ करोड़ १० लाख रुपए का भुगतान किया। इसके बाद सिवनीमालवा की १४ सोसाटियों में डीएपी-यूरिया की खेप रवाना की गई। प्रत्येक सोसायटी में २५-२५ टन खाद दिया जाएगा।
डीएपी के दाम बढ़े- किसानों को इस बार करीब सौ रुपए महंगा डीएपी खरीदना पड़ेगा। डीएपी की कीमत १३४० से १४०० रुपए है। जबकि पिछले साल भाव १२५० से १२९० रुपए था। यूरिया की बोरी का वजन घटाकर ५० से ४५ किलो कर दिया गया है। यूरिया पहले २९५ रुपए था, अब २६६.५० रुपए में मिलेगा।