थाइराइड के प्रति इलाज करवाने की जागरूकता को लेकर इस दिवस को मनाया जाता है। आंकड़ों के अनुसार करीब 60 प्रतिशत लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें बीमारी की जानकारी ही नहीं होती है। इसलिए जागरूक करने विश्व भर में एक साथ वल्र्ड थाइराइड-डे मनाया जाता है।
शहर में थाइराइड के मरीजों का ग्राफ कुछ सालों से लगातार बढ़ रहा है। डॉक्टर्स के अनुसार इसका बड़ा कारण लोगों का खान-पान है। जंक फूड अधिक खाने के कारण बच्चों में यंग एज से ही थाइराइड हो रही है। वहीं 18 से 20 की उम्र के होते-होते तक उनमें थायराइड के लक्षण नजर आने लगे हैं। पहले माह में 30 फीसदी लोग इसके इलाज के लिए आते थे, अब इस संख्या में 60 फीसदी का इजाफा हुआ है।
– रूटीन चेकअप पर ध्यान रखना।
– खासतौर पर महिलाओं में 38 वर्ष की उम्र के बाद जांच करवानी चाहिए।
– शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए साथ दिमागी रूप से भी हेल्दी होना चाहिए।
लक्षणों का पता चलते ही तुंरत डॉक्टरों जांच करवानी चाहिए।
यह हैं लक्षण: