तेरह साल के बच्चे की उपचार के दौरान मौत, अस्पताल में हंगामा
जिला अस्पताल में आधी रात को हंगामा और तोडफ़ोड़ की सूचना पर पहुंची पुलिस
नर्स ने दिया सीएस को शिकायत पत्र
होशंगाबाद. जिला अस्पताल में गुरुवार रात को 13 साल के एक बच्चे की उपचार के दौरान मौत होने से बिफरे परिजनों ने जमकर हंगामा किया। उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए ड्यूटी पर मौजूद नर्स से दुव्र्यवहार किया और अस्पताल में तोडफ़ोड़ की। सूचना पर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। उधर नर्स ने भी एक लिखित शिकायत की है।
शाम को बिगड़ी तबीयत
पुलिस ने बताया कि गुरुवार रात 12.15 बजे गढ़ाघाट पिपरिया निवासी विनीत पिता बद्रीप्रसाद तिवारी उम्र 13 साल की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। उसे 16 जनवरी की रात को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। विनीत सेरेबल पाल्सी (सीपी) नामक मस्तिष्क प्रतिरोध बीमारी से पीडि़त था। गुरुवार शाम को हालत बिगडऩे पर डॉ. सुनील गौर ने रैफर करने की सलाह दी थी, लेकिन परिजन नहीं ले गए थे। रात में उसकी मौत की सूचना देते ही परिजन बिफर पड़े और हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने बॉटल स्टैंड फेंक दिया, स्टॉफ नर्स वर्षा मैथ्यू को धक्का देते हुए गालीगलौंच की। सूचना पर कोतवाली टीआई त्रयंबक सप्रे, तहसीलदार शैलेंद्र बडोनिया अस्पताल पहुंचे और परिजनों को समझाइश देकर शांत कराया।
लापरवाही से हुई मौत
मेरे भाई को श्वांस की बीमारी थी, हम इलाज कराने जिला अस्पताल लेकर आए थे, लेकिन यहां के डॉक्टर उसका दिमागी इलाज करके उसे पागल बनाने पर तुले हुए थे। डॉक्टरों की लापरवाही से मौत हुई है। मैंने जांच की मांग की है।
विनय तिवारी, मृतक का भाई
&जो बेहतर इलाज हो सकता था किया गया। रेफर की सलाह दी थी, परिजनों ने ले जाने से मना कर दिया था। बेवजह विवाद किया। स्टॉफ नर्स से बदसलूकी की। जिसकी लिखित शिकायत मिली है। जांच कर रहे हैं।
डॉ. सुधीर डेहरिया, सीएस जिला अस्पताल