मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा पर उठे सवाल : मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन यात्रा में इतनी बड़ी लापरवाही आखिर हुई कैसे। क्यों बुजुर्ग यात्रियों को कड़कड़ाती ठंड में जल्दी बुलाया गया। सुबह 8 बजे अपने घर से आए इन बुजुर्गों को खाना तक नहीं दिया। रात 11 बजे तक वह भूखे-प्यासे ट्रेन का इंतजार करते रहे और अधिकारी अपनी नींद पूरी करते रहे। ऐसे में क्या मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा पर सवाल उठाना लाजमी नहीं है।
हालांकि तीर्थ यात्रियों के लिए व्यवस्थाएं कराने का काम समाजिक न्याय का है। अभी बाहर पारिवारिक कार्यक्रम में हूं। लेकिन फिर भी बुर्जुगों के लिए कोई इंतजाम हो सके। इसके लिए प्रयास करता हूं।
पीसी शर्मा, जिला पंचायत सीईओ