पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने सीएमओं व नपाध्यक्ष पर लगाए आरोप
इस मामले कार्रवाई की बात सामने आने के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा ने सीएमओ पर नपाध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल के साथ सांठगांठ कर होशंगाबाद में भी इसी तरह गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। हालांकि यहां पहले ही कलेक्टर इस प्रक्रिया को निरस्त कर चुके हैं। ज्ञात रहे कि नपा द्वारा पिछले दिनों २०३ दुकानों की छतें बेचने की शिकायत जिला प्रशासन से हुई थी। जिसमें प्रक्रिया का पालन नहीं होने पर कलेक्टर ने रोक लगा दी थी। यह दुकानें इस तरह नीलाम करने का प्रस्ताव सीएमओ प्रभात कुमार सिंह के आगे बढ़ाया था। वह पहले अशोक नगर में सीएमओ रहते हुए इस तरह वहां बस स्टेंड परिसर की 51 दुकानों की छत बेच चुके हैं।
इस मामले कार्रवाई की बात सामने आने के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा ने सीएमओ पर नपाध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल के साथ सांठगांठ कर होशंगाबाद में भी इसी तरह गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। हालांकि यहां पहले ही कलेक्टर इस प्रक्रिया को निरस्त कर चुके हैं। ज्ञात रहे कि नपा द्वारा पिछले दिनों २०३ दुकानों की छतें बेचने की शिकायत जिला प्रशासन से हुई थी। जिसमें प्रक्रिया का पालन नहीं होने पर कलेक्टर ने रोक लगा दी थी। यह दुकानें इस तरह नीलाम करने का प्रस्ताव सीएमओ प्रभात कुमार सिंह के आगे बढ़ाया था। वह पहले अशोक नगर में सीएमओ रहते हुए इस तरह वहां बस स्टेंड परिसर की 51 दुकानों की छत बेच चुके हैं।
दोषी पाते हुए दंडित किया
इस मामले में नगरीय प्रशासन विभाग ने जांच में उन्हें प्रक्रिया का पालन नहीं करने का दोषी पाते हुए दंडित किया है। नगरीय प्रशासन की अपर आयुक्त मीनाक्षी सिंह ने दो दिन पहले उनकी वेतनवृद्धि रोकने के आदेश दिए हैं। इस मामले की शिकायत लोकायुक्त में हुई थी। फरवरी 2016 में लोकायुक्त ने प्रकरण को जांच में लिया था। जांच के बाद प्रतिवेदन नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा था। विभाग ने सीएमओ को प्रक्रिया का पालन नहीं करने का दोषी पाया।
इस मामले में नगरीय प्रशासन विभाग ने जांच में उन्हें प्रक्रिया का पालन नहीं करने का दोषी पाते हुए दंडित किया है। नगरीय प्रशासन की अपर आयुक्त मीनाक्षी सिंह ने दो दिन पहले उनकी वेतनवृद्धि रोकने के आदेश दिए हैं। इस मामले की शिकायत लोकायुक्त में हुई थी। फरवरी 2016 में लोकायुक्त ने प्रकरण को जांच में लिया था। जांच के बाद प्रतिवेदन नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा था। विभाग ने सीएमओ को प्रक्रिया का पालन नहीं करने का दोषी पाया।
लोकायुक्त में कोई प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है। इससे पता चलता है कि कोई आर्थिक अनियमितता नहीं की थी। कुछ दस्तावेजों की कमी हो सकती है। नगरीय प्रशासन विभाग ने एक वेतनवृद्धि रोकी है। हम इस मामले में अपना पक्ष रखेंगे।
प्रभात कुमार सिंह, सीएमओ
प्रभात कुमार सिंह, सीएमओ
…तो लोकायुक्त जाएं
नीलामी प्रक्रिया अभी स्थगित हुई है। आरोप लगाने वाले चाहे तो इसकी फाइल लेकर लोकायुक्त चले जाएं। नपा ने पूरी प्रक्रिया का पालन करके ही छतों की नीलामी की थी।
अखिलेश खंडेलवाल, नपाध्यक्ष
नीलामी प्रक्रिया अभी स्थगित हुई है। आरोप लगाने वाले चाहे तो इसकी फाइल लेकर लोकायुक्त चले जाएं। नपा ने पूरी प्रक्रिया का पालन करके ही छतों की नीलामी की थी।
अखिलेश खंडेलवाल, नपाध्यक्ष