होमगार्ड जवानों ने दिखाया, कैसे पानी में डूबते को बचाते हैं
सेठानीघाट पर बुधवार को भारी भीड़ जुटी। सभी लोग सांस थामे एकटक
उन होमगार्ड जवानों को देख रहे थे,
होशंगाबाद।सेठानीघाट पर बुधवार को भारी भीड़ जुटी। सभी लोग सांस थामे एकटक उन होमगार्ड जवानों को देख रहे थे, जो नर्मदी की तेज बहती धारा के बीच यह दिखा रहे थे कि कैसे नाव या बोट पलटने पर डूबते लोगों को बचाया जाता है।
आपदा प्रबंधन के गुर सीखने वालों में विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा से लेकर सरकारी अधिकारी-कर्मचारी, विद्यार्थी, महिलाएं व पुरूष सभी शामिल थे। इस दौरान होमगार्ड महानिदेशक मैथलीशरण गुप्त, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, आईजी सतीष सक्सेना, आईजी होमगार्ड केजी राठौर, कलेक्टर संकेत भोंडवे, बैतूल कलेक्टर सहित अन्य लोग मौजूद थे।
इस दौरान बाढ़, सूखा, भूकंप, ओलावृष्टि, जंगल मे आग, उद्योग एवं रासायनिक आपदाएं और महामारी से निपटने के तरीके बताए गए। इस आयोजन में होमगार्ड जवानों के साथ स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी, एनसीसी केडेट्स, स्वयंसेवी संगठन, वॉलिंटियर्स शामिल हुए।
बचाव उपकरणों की लगी प्रदर्शनी
सेठानीघाट पर होमगार्ड जवानों ने प्रदर्शनी भी लगाई, जिसे देखने विधानसभा अध्यक्ष भी पहुंचे। उन्होंने आपदा के समय काम आने वाला फ्लोटिंग स्ट्रेचर, कटर मशीन, हईड्रोलिक लाइट और स्मोक फ्लोअर और घरेलू तौर पर बनाए जाने वाले लाइफ जैकेट देखे।
“सुप्रीम कोर्ट ने बदला समान वेतन का निर्णय”
होमगार्ड जवानों ने पुलिस सिपाही के समान वेतन के लिए सुप्रीम कोर्ट में पीटिशियन दायर की थी। इसमे कोर्ट ने मध्यप्रदेश सरकार को होमगार्ड जवानों को पुलिसकर्मियों के समान वेतन देने के आदेश जारी किए थे। लेकिन बुधवार को होमगार्ड के महानिदेशक मैथलीशरण गुप्त ने इन आदेशों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा बदले जाने की जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन के लिए वो पूरे प्रदेश में वॉलिंटियर्स की संख्या बढ़ाने के प्रयासों में लगे हुए हैं। इसके कारण उन्होंने बुधवार को सेठानीघाट में ही लोगों से आवेदन लिए हैं।