गणपति बप्पा मोरया से गूंजा विसर्जन स्थल, गाजे-बाजे के साथ दी विदाई
सारनी. अनंत चर्तुदशी पर भगवान गणेश की पूजन के पश्चात प्रतिमा का विसर्जन धूमधाम से किया गया। इस मौके पर जगह-जगह चल समारोह निकाला गया। जिसमें सैकड़ों भक्तों ने गाजे-बाजे के साथ भगवान गणेश को विदाई दी। इस दौरान गणपति बप्पा बोरया के जयकारें गूंजते रहे। नृत्य करते हुए चल समारोह में शामिल समिति के सदस्य आकर्षण का केंद्र रहे। सारनी, पाथाखेड़ा, शोभापुर और बगडोना क्षेत्र में लगभग 42 स्थानों पर सार्वजनिक गणेश प्रतिमा की स्थापना की गई थी। अनंत चर्तुदशी पर सभी सार्वजनिक पंडालों और घरों में विराजी गई मूर्तियों का विसर्जन नदी में कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। मोरडोंगरी रोड सारनी में एक ट्रक फंस जाने से करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा। जिससे मूर्ति विसर्जन करने जाने व लौटने वालों को जाम में फंसा रहना पड़ा। मूर्ति विसर्जन स्थल पर प्रशासन के निर्देशानुसार नगरपालिका परिषद सारनी द्वारा उचित व्यवस्था की गई थी। राजडोह नदी पर नपा द्वारा बिजली, पानी, गोताखोर, लाउड स्पीकर, पार्किंग, स्वच्छता के अलावा समतलीकरण के कार्य किए गए।वहीं छठघाट पर भी कुंड और गोताखोर की व्यवस्था की गई थी। बावजूद इसके समितियों द्वारा विराजी गई बड़ी मूर्ति नदी में विसर्जित की गई।मूर्ति विसर्जन स्थल पर पूरे समय पुलिस बल और गोताखोर तैनात रहे। औद्योगिक नगरी व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की मूर्तियों का सर्वाधिक विसर्जन राजडोह नदी, छठ घाट, नांदिया घाट, मोरडोंगरी, विक्रमपुर, देवना, धाराखोह, तेलियाडोह, तवा-टू रपटा पर किया गया।