मुख्य बाज़ार में अतिक्रमण हटाओ अभियान पड़ा ठंडा
बीएलओ ड्यूटी में लगे कर्मचारी, जुर्माने की कार्रवाही नहीं होने से दुकानदारों के हौसले बुलंद
इटारसी. शहर के एकमात्र मुख्य बाजार मेंं अतिक्रमण हटाओ अभियान फरवरी माह में सिर्फ दो दिन चला। उसके बाद से अभियान थम गया है। फरवरी का तीन सप्ताह निकल चुका है। नगर पालिका की सुस्ती का फायदा उठाते हुए दुकानदारों ने सड़क तक सामान रखकर फिर से अतिक्रमण कर लिया है। ठेले वाले रोड पर ही सब्जी- फल बेच रहे हैं। अतिक्रमण के चलते बाजार की 10 से 12 फीट की गलियां संकरी होकर 5 से 6 फीट रह गई है। इससे खरीदारी करने आए लोगों को चलने में परेशानी हो ही है। अधिकतर कर्मचारियों की डयूटी बीएलओ कार्य में लगी होने के कारण नगर पालिका के कार्यों पर असर पड़ा है। बताया जाता है कि अतिक्रमण अमले में एक दर्जन कर्मचारी है, लेकिन इनके पास अन्य कार्यों का जिम्मा भी होने से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा अमले के पास पर्याप्त संसाधन जैसे गाडिय़ां, सुरक्षा के लिए गार्ड आदि भी नहीं है। ऐसे में अमला कार्रवाही करने में अपनेआप को अक्षम महसूस करता है।
सुबह हटाया अतिक्रमण, शाम को फिर से जमे
नपा का अमला इस महीने दो बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की, लेकिन वह सख्ती के बजाय दिखावे की अधिक रही। पिछले सप्ताह सुबह 11-12 बजे अमला आया। जयस्तंभ के पास 2-4 दुकानदारों के सामान सड़क से हटाने को कहा। उसके बाद अमला वापस चले गया। अमले के जाते ही दुकानदारों ने अपने सामान वापस जमा लिए। वही दुकानों के नाम के बैनर, होर्डिंग सड़क पर लाकर रख दिए हैं। इस तरह सड़क पर वापस फिर से अतिक्रमण कर लिया।
ग्राहकों का चलना हुआ मुश्किल
शहर के ह्रदयस्थल पर एकमात्र मुख्य बाजार में लगभग 1000 से अधिक दुकानें है। दुकानदारों द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण को देख हाथ ठेले वाले भी पीछे नहीं है। वे भी सड़क पर ही दुकानों के सामने ठेला लगाकर अतिक्रमण कर रखे हैं। इसके कारण बाजार की सड़कें संकरी हो गई। दुकानदारों के प्रचार बोर्ड और बाजार में आए ग्राहकों के वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग ने बचीखुची जगह को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। इससे ग्राहकों को चलने लायक सड़क ही नहीं बची है।
नपा की सुस्ती का उठा रहे फायदा
नगर पालिका इटारसी में कर्मचारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर दुकानदार और ठेले वाले अतिक्रमण कर रहे हैं। नपा कर्मी चाहकर भी अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाही नहीं कर पा रहे हैं।
कार्रवाई करने की मौखिक चेतावनी
बताया जाता है कि अतिक्रमण हटाने के लिए नपा के पास कर्मचारी ही नहीं, बल्कि संसाधन तक नहीं है। न तो पर्याप्त संख्या में जेसीबी, ट्रकें व अन्य संसाधन नहीं है। यहां तक कि सुरक्षा कर्मचारी भी नहीं है। ऐसे में अतिक्रमण अमला दुकानदारों को मौखिक कार्रवाई करने की चेतावनी दे जाता है। जिसका असर अतिक्रमणकारियों पर नहीं पड़ता है। अतिक्रमण हटाते समय पुलिस बल भी नपा को नहीं मिल पाती है।
नगरपालिका का अमला अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रखे हैं। कई बार दुकानदारों और ठेेले वालों को समझाइश देते हैं। नहीं मानने पर सख्ती करते हैं। जैसे जुर्माना लगाने और सामान जब्ती जैसे कार्रवाई की जाती है।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ, नगर पालिका इटारसी