एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि अभी प्रतीकात्मक रुप से तीन दिन हड़ताल कर विरोध जताया है इस पर सरकार ने विचार नही किया तो आगामी १ जुलाई महासंघ अगली रणनीति तय कर आंदोलन को विस्तार देगा इसकी जवाबदारी सरकार की होगी।
हजारों क्विंटल आवक रुकी
मंडी उप निरीक्षक हल्केवीर उइके के अनुसार हड़ताल से पहले ५ से ६ हजार क्विंटल उपज की आवक थी इससे प्रतिदिन ४ से ५ लाख का राजस्व मंडी को मिलता था। तीन दिन की हड़ताल से करीब १५ लाख राजस्व का नुकसान मंडी को होगा। वही सैकड़ों किसान परेशान हैं।