इस सरकारी जमीन पर शर्मा का 15 साल से कब्जा है। यहां तीन मंजिला स्कूल और 65 दुकानंे बनाई गई है। दुकानें सात से लेकर आठ लाख रुपए की पगड़ी पर किराए से दी गई हैं। यादव ने शिकायत में आरोप लगाया कि इस सरकारी भूमि से अब तक भवानीशंकर शर्मा ने लगभग दो अरब रुपए का आर्थिक लाभ उठाया है। उन्होंने प्रशासन से इसकी वसूली की मांग की है।
यह नहीं, हम हटाएंगे अतिक्रमण: सीजीएम
हीरोहोंडा चौक पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा द्वारा किए गए अतिक्रमण को लेकर सीजीएम से आरटीआई एक्टाविस्ट वीरेंद्र बब्लू यादव ने शिकायत की। यादव ने वहां मौजूद सीएमओ की तरफ इशारा कर आरोप लगाया कि इनकी मिलीभगत है। इस पर सीजीएम ने कहा कि आप बुधवार को दस्तावेज लेकर मेरे पास आइए। यह (सीजीएम) अतिक्रमण नहीं हटा पाएंगे, हम हटाएंगे। अतिक्रमण भी हटाएंगे और इन्हें भी। इसके बाद यहां नगर पालिका का बोर्ड लगवाकर जाएंगे। यादव ने उन्हें नजूल सीट क्रमांक 43 के सिविल स्टेशन के प्लाट क्रमांक 51/1 से अतिरिक्त तहसीलदार द्वारा अतिक्रमण हटाने के निर्देश देने के आदेश की कापी भी दिखाई। सीजीएम ने कहा कि तमाम दस्तावेज के साथ कोर्ट आइए, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शर्मा परिवार से हो वसूली: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने एक विज्ञप्ति जारी कर इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरण शर्मा पर संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए मांग की है कि शर्मा परिवार से इस संपत्ति से अर्जित लाभ के दो अरब रुपए वसूल किए जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यख के रसूख और दबाव के कारण अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है।