मालवीय ने बताया कि अंशुल महेंद्र ने उसके हस्ताक्षर किए हुए दस्तावेजों से पहली बार में 6 लाख रुपए खाते से निकाल लिए। उसके बाद उसे 6 लाख निकालने की बात छिपाते हुए उससे 1 लाख रुपए और ले लिए। जब वह बाद में बैंक गया और खाते की जानकारी ली तब पूरे मामले का खुलासा हुआ। जब उनसे पैसे की मांग की, तो वे आजकल कहकर टरकाते रहे और अब जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
रिटायर्ड कर्मचारी ने पुलिस में इस उम्मीद में शिकायत की थी उसे न्याय मिलेगा मगर उसकी शिकायत पर अब तक कोई संज्ञान ही नहीं लिया गया है। इधर आयुध निर्माणी में अधिकारी से जुड़ा मामला होने से पुलिस भी हाथ डालने की हिम्मत नहीं कर पा रही है। वहीं अंशुल से इस बारे में संपर्क करने का प्रयास किया गया, पर नहीं हो पाया।