दोनों बदमाश शुक्रवार रात साढ़े 12 बजे पिपरिया से किराए की टैक्सी लेकर पचमढ़ी गए थे। वहां तड़के चार बजे सेना की शिक्षा कोर करिअप्पा कंपनी के गेट नंबर दो पर पहुंचे। ड्यूटी पर तैनात संतरी को अपना परिचय आर्मी अफसर के रूप में देकर अंदर प्रवेश किया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों उसी टैक्सी से पिपरिया वापस लौटे। इसके बाद उनकी पहचान मटकुली के ढाबे और पिपरिया में एटीएम लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई। टवेरा के ड्राइवर ने भी चोरों के पंजाबी या हरियाणवी होने की शंका जताई थी। पहचान होते ही एटीएस सहित आर्मी इंटेलीजेंस की टीम ने आरोपी को पकडऩे की तैयारी शुरू कर दी है।
इस तरह हुई पहचान
मप्र एटीएस, होशंगाबाद पुलिस और भारतीय सेना की एजेंसियां घटनाक्रम के तुरंत बाद इस घटना की जांच में जुटी थी। शनिवार को मटकुली के ढाबे, व पिपरिया इतवारा बाजार की ओर रेलवे पार्किंग में लगे सीसीटीवी फुटेज देखने पर पुलिस को कुछ सुराग मिले। पिपरिया के स्टेशन क्षेत्र के एटीएम और इतवारा बाजार में पुरानी श्याम टॉकीज के सामने स्थित एक एटीएम में पुलिस को हरप्रीत के जाने के सुराग मिले। एटीएस टीम के सदस्यों के साथ पुलिस ने इस एटीएम में लगभग एक घंटे तकनीकी जांच की। जांच के बाद आरोपी हरप्रीत का नाम और पता सामने आया।