आरोपी को गिरफ्तार करने दी दबिश
श हर के बस स्टैंड से दो लोगों ने खंडवा की नर्स को अगवा करके खेत में ले जाकर एक युवक ने उसके साथ स्कार्पियों में बलात्कार किया था। पुलिस ने इस मामले में महिला को रिपोर्ट नहीं दर्ज कराने के लिए रोकने वाले एएसआई विजय जाट को निलंबित कर दिया है। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने गांवों में दबीश दी, लेकिन कोई सफलता हासिल नहीं हुई। सोमवार को पीडि़त महिला ने एसपी राजेश कुमार सिंह से मुलाकात कर अपने बयान दर्ज कराए।
श हर के बस स्टैंड से दो लोगों ने खंडवा की नर्स को अगवा करके खेत में ले जाकर एक युवक ने उसके साथ स्कार्पियों में बलात्कार किया था। पुलिस ने इस मामले में महिला को रिपोर्ट नहीं दर्ज कराने के लिए रोकने वाले एएसआई विजय जाट को निलंबित कर दिया है। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने गांवों में दबीश दी, लेकिन कोई सफलता हासिल नहीं हुई। सोमवार को पीडि़त महिला ने एसपी राजेश कुमार सिंह से मुलाकात कर अपने बयान दर्ज कराए।
सिर पर रिवाल्वर रखकर दी थी धमकी
उल्लेखनीय है कि शनिवार देर रात को खंडवा की नर्स महिला को ग्राम नहाडिय़ा के इमरतलाल विश्नोई ने फोन करके अपनी बीमार मां को बॉटल और इंजेक्शन लगाने के लिए कहा था। जिस पर नर्स ने शाम को खातेगांव से आकर उसे अटेंड करने को कहा। जब शाम को स्थानीय बस स्टैंड पर पहुंचीं तो आरोपी इमरत अपने एक अन्य साथी हरनारायण उर्फ हरू विश्नोई निवासी ग्राम नहाडिय़ा के साथ सफेद चार पहिया वाहन में बिठाकर उसे गांव की ओर ले गया था। यहां पर आरोपियों ने कार को एक खेत के पास खड़ी कर दी। हरनारायण ने महिला के सिर पर रिवाल्वर रखकर मुंह बंद रखने के लिए कहा। इसके बाद इमरत ने कार में ही उसके साथ ज्यादती की।
शिकायत वापस लेने बनया था दबाव
महिला सिविल लाइन पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची थी। यहां पर इमरत के खिलाफ उसकी रिपोर्ट लिखी गई। लेकिन दूसरे आरोपी को अज्ञात बताकर दर्ज किया गया। जबकि पीडि़ता ने आरोपी का नाम बताया था। वहीं दूसरी तरफ एएसआई विजय जाट ने आरोपियों का पक्ष लेते हुए पीडि़ता को पैसे का लालच देते हुए शिकायत वापस लेने और ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए धमकाया था। एसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस टीम गांवों में गईथी, लेकिन फिलहाल उनके हाथ आरोपी नहीं लगे हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तारी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि पीडि़ता के आरोप के बाद एएसआई विजय जाट को निलंबित कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि शनिवार देर रात को खंडवा की नर्स महिला को ग्राम नहाडिय़ा के इमरतलाल विश्नोई ने फोन करके अपनी बीमार मां को बॉटल और इंजेक्शन लगाने के लिए कहा था। जिस पर नर्स ने शाम को खातेगांव से आकर उसे अटेंड करने को कहा। जब शाम को स्थानीय बस स्टैंड पर पहुंचीं तो आरोपी इमरत अपने एक अन्य साथी हरनारायण उर्फ हरू विश्नोई निवासी ग्राम नहाडिय़ा के साथ सफेद चार पहिया वाहन में बिठाकर उसे गांव की ओर ले गया था। यहां पर आरोपियों ने कार को एक खेत के पास खड़ी कर दी। हरनारायण ने महिला के सिर पर रिवाल्वर रखकर मुंह बंद रखने के लिए कहा। इसके बाद इमरत ने कार में ही उसके साथ ज्यादती की।
शिकायत वापस लेने बनया था दबाव
महिला सिविल लाइन पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची थी। यहां पर इमरत के खिलाफ उसकी रिपोर्ट लिखी गई। लेकिन दूसरे आरोपी को अज्ञात बताकर दर्ज किया गया। जबकि पीडि़ता ने आरोपी का नाम बताया था। वहीं दूसरी तरफ एएसआई विजय जाट ने आरोपियों का पक्ष लेते हुए पीडि़ता को पैसे का लालच देते हुए शिकायत वापस लेने और ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए धमकाया था। एसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस टीम गांवों में गईथी, लेकिन फिलहाल उनके हाथ आरोपी नहीं लगे हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तारी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि पीडि़ता के आरोप के बाद एएसआई विजय जाट को निलंबित कर दिया गया।