मंत्र : ‘येन बद्धो बली राजा, दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वां प्रतिबध्नामि, रक्षे! मा चल! मा चल!!Ó इसका अर्थ है – जिस प्रकार राजा बलि में रक्षा सूत्र से बंधकर विचलित हुए बिना अपना सब कुछ दान कर दिया, उसी प्रकार हे रक्षा! आज मैं तुम्हें बांधता हूं, तू भी अपने उद्देश्य से विचलित न होना और दृढ़ बना रहना ॥
इस दिन बहनें सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर भगवान की पूजा करें। इसके बाद भाई को राखी बांधने के लिए अच्छे से थाली सजाएं। जिसमें कुंकुम, रोली, राखी और मिठाई रखें। भाई को अच्छे आसान पर बैठाकर भाई को तिलक लगाकर राखी बांधें। भाई को राखी बांधने तक बहनें कुछ भी खाती-पीती नहीं हैं। भाइयों की शादी के बाद बहनें अपने भाई की पत्नी को भी राखी बांधती हैं।
राखी, सावन माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है। 2018 में राखी 26 अगस्त, रविवार को मनाई जाएगी।
राखी बांधने का मुहूर्त रक्षाबंधन 2018 राखी बांधने का मुहूर्त = 05:59 से 17:25 तक
सावन पूर्णिमा तिथि समाप्त = 26 अगस्त 2018, रविवार 17:25 बजे