निदेशक कार्मिक डॉ. कुमार ने कहा डब्ल्यूसीएल में युवाओं की कमी नहीं है। माइनिंग में तो इसे खर्च किया जा रहा है। इसे खेल में भी करना है। लेकिन अच्छा माध्यम खेल हैं। हम खेलों को आगे बढ़ाने के लिए चुनिंदा एरिया में स्टेडियम का काम करेंगे। पाथाखेड़ा क्षेत्र को बेहतर बनाने का आश्वासन दिया। डॉ. कुमार ने कहा काम करने के लिए इच्छा शक्ति की जरूरत है। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका ग्वालियर के एलएनसीपी एकेडमी ने निभाई। इसके अलावा पाथाखेड़ा क्षेत्र से गोपाल कठौतिया, रामजन्म सिंह, अरविन्द सोनी, मुबारिक खान, विजेंद्र पाल ने रेफरी की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता के दौरान विजय स्टेडियम में सैकड़ों खेल प्रेमी उपस्थित रहे।
सारनी. गुरुवार को केंद्रीय विद्यालय में वार्षिक खेल उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें खेलों के अलावा योगा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। विद्यालय के प्राचार्य हरि प्रसाद धारकर द्वारा मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष आशा भारती, विशिष्ट अतिथि राजेश नायर को पुस्तक भेंट कर स्वागत किया गया। छात्रों ने सदन अनुसार मार्च पास्ट किया। प्राथमिक विभाग के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद विद्यालय में वर्ष भर चलने वाली खेलकूद गतिविधियों के प्रदर्शनों के योग के आधार पर राधाकृष्णन सदन विजेता रहे। जबकि टेरेसा सदन उपविजेता रहे।