scriptसीजन में 52 बार खोले तवा के गेट, 2 बार सभी 13 गेट एक साथ खोले | tawa dam water level today | Patrika News
होशंगाबाद

सीजन में 52 बार खोले तवा के गेट, 2 बार सभी 13 गेट एक साथ खोले

खेती को मिलेगा लाभ: फसलों की सिंचाई के लिए मिल सकेगा भरपूर पानी

होशंगाबादAug 17, 2022 / 11:39 pm

sandeep nayak

Tawa dam latest news

Tawa dam latest news

संदीप नायक/नर्मदापुरम. जिले में हरित क्रांति का संवाहक तवा बांध इस बार आधी बारिश में ही लबालब है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बार के सीजन में तवा के सभी 13 गेट 2 बार खोले जा चुके हैं। जबकि पिछले दो साल में एक बार यह स्थिति बनी थी। तवा में भरपूर पानी होने का फायदा आगामी समय में खेतीहर किसानों को मिलेगा। इनके लिए सिंचाई को भरपूर पानी मिलेगा। इधर, जिले में सिंचाई की सुविधाएं बढऩे के बाद खेती के रकबा में साल दर साल बढ़ोत्तरी हो रही है। बांध में वर्तमान में 1598 एमसीयूएम (मिलियन घन मीटर) पानी है। जो कुल क्षमता का 82 प्रतिशत है। बांध की जल संचयन क्षमता 1993 मिलियन घन मीटर है।


1 जुलाई से अब जलभराव के चलते कई बार खोले गेट
एक जुलाई से 15 अगस्त तक तेज बारिश में जलभराव के चलते तवा बांध के गेट कई बार खोलना और बंद करना पड़े। सिंचाई विभाग तवा डेम के एसडीओ सूर्यवंशी के अनुसार इस साल जुलाई में अच्छी बारिश हुई है। इसके कारण सीजन में 2 बार बांध के सभी 13 गेट 13 फीट उंचाई तक खोले गए हैं। इसके अलावा कुल 52 बार अलग-अलग यानी कभी 2, कभी 3, कभी 7 बार गेट खोले गए हैं। सीजन में 4 बार बंद गेट खोले गए हैं।

इस तरह साल दर साल बढ़ रहा जिले में रबी और खरीफ का रकबा
ग्रीष्मकालीन मूंग का रकबा 22 हजार हेक्टेयर बढ़ा था
कृषि विभाग ने बताया कि इस बार के ग्रीष्मकालीन मूंग के रकबे में बीते साल की तुलना में 22 हजार हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 2 लाख 28 हजार हेक्टेयर में मूंग की फसल ली गई थी, इस बार रकबा बढ़ाकर 2 लाख 50 हजार हेक्टेयर किया गया है। सबसे अधिक रकबा सिवनीमालवा तहसील में 60579 हेक्टेयर है। दूसरे नंबर पर माखननगर तहसील है जहां 24371 हेक्टेयर में मूंग बोई गई है।


जिले में रबी फसल का रकबा बढ़ा
जिले में वर्ष 2022 में रबी के रकबा में भी बढ़ोत्तरी हुई थी। वर्ष 2021 में जिले में 322560 हेक्टेयर में गेहूं और चना की फसल बाई गई थी। वर्ष 2022 में 321390 हेक्टेयर में रबी की बोवनी की गई थी। वर्ष 2018-19 में 1 लाख 82 हजार हेक्टेयर में रबी की वोवनी की गई थी। इसी तरह वर्ष 2017-18 में 1 लाख 79 हजार हेक्टेयर में रबी की बोवनी की गई थी।

इनका कहना
बांध के पानी का उपयोग रबी और खरीफ की फसल की सिंचाई के लिए किया जाएगा। नवंबर में धान तथा मार्च- अप्रैल में मूंग की फसल की सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा।
एसएम सूर्यवंशी, एसडीओ तवा परियोजना

Home / Hoshangabad / सीजन में 52 बार खोले तवा के गेट, 2 बार सभी 13 गेट एक साथ खोले

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो