बस कंडक्टर ने दोनों से टिकट मांगा। दोनों ने इटारसी से होशंगाबाद का किराया 10-10 रुपए थमा दिया। जिस पर कंडक्टर भड़क गया। कंडक्टर ने कहा पहली बार सफर कर रहे हो क्या। जिसके बाद आरटीओ द्वारा जारी विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर रियायती पास दिखाया। कंडक्टर ने 10-10 रुपए लिए और खूब खरी-खोटी सुनाई।
कंडक्टर: टिकट…टिकट…निकालो भाई!
यात्री : लो भैया…(दस रुपए दिए)।
कंडक्टर : कहां जाना है।
यात्री : होशंगाबाद..
कंडक्टर : 10 नहीं 20 रुपए निकालो। पहली बार बस में बैठ रहे हो क्या।
यात्री : विकलांग पास है। आरटीओ ने जारी किया है। दस रुपए लगते हैं।
कंडक्टर : जगह घेर के बैठ गए हो और पास दिखा रहे हो। लाओ दिखाओ कहां का पास है।
यात्री : ये देखा, आरटीओ ने लिखा है ५० प्रतिशत टिकट में छूट।
कंडक्टर : आरटीओ से क्या मतलब। आरटीओ डीजल थोड़ी डलवा रहे हैं मेरी गाड़ी में।
विकलांग यात्रियों को पास जारी किए गए हैं। जिनसे नियमानुसार ५० प्रतिशत किराया लेना है। बस में बदसलूकी हुई है। जिसका वीडियो शिकायतकर्ता ने भेजा है। जुर्माना किया जाएगा।
मनोज तेहनगुरिया, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी होशंगाबाद