इस मामले में दो विधायकों के रिश्तेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। एक विधायक के रिश्तेदार ने रायल्टी दी और दूसरे के रिश्तेदार ने जिसके स्टाक को बेचने की अनुमति नहीं मिली, उसे बेची जाना बताई जा रही है। जहां खनन किया है कि वहां ही स्टाक है।
पटवारी मौजूद थे मौके
जिस समय ग्रामीण वहां रेत उत्खनन का विरोध कर रहे थे, उसी दौरान वहां से सीमाकंन करने जा रहे पटवारी मौर्य गुजरे। उन्हें ग्रामीणों ने रोककर कार्रवाई करने का कहा। साथ ही वीडियो भी बनाने लगे। जिसमें तीन-चार टै्रक्टर-ट्राली और एक डंपर नजर आ रहे हैं। साथ ही जेसीबी से रेत निकाली जा रही थी।
पुल के नीचे कर रहे थे खुदाई
रेत माफिया के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वह पुल के नीचे पिलर के पास से भी खुदाई करने से नहीं चूक रहे। जबकि इससे पुल कमजोर हो सकता है। इस क्षेत्र में पूरी तरख खनन प्रतिबंध हैं।