सेंट्रल बैंक में सोमवार को बिहार पुर्णिया निवासी साबिर पिता मुजाहिब 23 मजदूरों के बैंक खातें में 45 हजार की राशि जमा करने पहुंचा। रुपए से भरा झोला रख बैंक स्लिप भरने लगा उसी दौरान दो लोगों ने रैकी कर मजदूर का झोला चोरी किया और फरार हो गए। स्लिप भर कर जैसे ही साबिर ने झोला देखा तो गायब था उसने चीखते हुए कहा रुपए से भरा झोला चोरी हो गया। बैंक प्रबंधन से ग्राहक ने कहा सीसीटीवी फुटेज देखे उसमें नजर आएगा उसका झोला कौन ले गया लेकिन साबिर का कहना है बैंक प्रबंधन ने उसे पहले पुलिस थाने जाने के निर्देश दिए। साबिर थाने पहुंचा उसके बाद पुलिस बैंक पहुंची और सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें रुपए से भरा झोला ले जाते एक कम उम्र का बच्चा और बालिग युवक साफ नजर आया।
बहरलाल पुलिस ने साबिर की शिकायत पर चोरी का अपराध दर्ज कर लिया लेकिन घटना में तत्परता नही बरती गई इसे लेकर फरियादी गरीब मजदूर सिर्फ रोते रहे। इसके तीन सप्ताह पूर्व भी गांव के किसान के डेढ़ लाख रुपए की चोरी कृषि स्टेट बैंक से दिदहाड़े हो चुकी है उसका भी पुलिस खुलासा नही कर पाई है। टीआई प्रवीण कुमरे का कहना है चोरी का मामला दर्ज कर लिया है बैंक फुटेज में चोरी करती दो लडक़े नजर आ रहे है इस आधार पर आगे विवेचना की जा रही है। बड़ा लडक़ा सफेद शर्ट पहने बैंक में रैकी कर रहा था वही छेाटा लडक़ा चैक शर्ट वाला फरियादी के नजदीक गया और मिनटों में 45 हजार का झोला लेकर बैंक से साथी के साथ फरार हो गया।
बाढ़ से बेघर हुए लोगों को भेजी जा रही थी राशि
फरियादी साबिर बिहार पुर्णिया से 23 मजदूरों को लेकर ग्राम माथनी में धान रोपने आया था। साबिर सहित अन्य मजदूरों ने बताया बिहार में भीषण बाढ़ में उनके परिवार बेघर हो गए उन्हे मजदूरी कर राशि भेजने बैंक आए थे लेकिन लुट गए अब बाढ़ पीढि़त परिवार को कैसे पैसों की मदद पहुंचाए। गरीब मजदूरों की कोई मदद किसी ने नही कि उल्टा लापरवाही की तोहमत लगाते पुलिस और बैंक प्रबंधन नजर आया। बैंक में दिनहाड़े चौरी की वारदाते हो रही है लेकिन प्रबंधन ने कोई सुरक्षात्मक प्रयास नही किए है इससे लापरवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है।