घटना के बाद एस-1 कोच को बदलने की तैयारी की गई। बताया जाता है कि इस कोच को हटाकर इसकी जगह दूसरा कोच लगाया गया। इस कोच को बदलने में दो घंटे का समय लगा।
दरअसल एक्सल बॉक्स बोगी का अहम पार्ट होता है। एस-1 बोगी के कोच का एक्सल बॉक्स खराब हो गया था। यदि समय रहते इस बात की जानकारी स्टेशन के अधिकारियों को नहीं दी जाती तो ट्रेन को इसी तरह रवाना कर दिया जाता। ऐसे में आगे जाकर ट्रेन डिरेल हो सकती थी। समय रहते ट्रेन में सुधार करने के बाद उसे रवाना किया गया।
बैतूल। चैन्नई से जयपुर जाने वाली सुपरफास्ट ट्रेन में बुधवार को मरामझिरी स्टेशन के पास में एक यात्री के मोबाइल चार्जर में शॉर्ट सर्किट होने से ब्लास्ट हो गया था। ब्लास्ट होने के बाद बोगी में बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई थी और यात्रियों ने बोगी के आग लगने के डर से जंगल में चैनपुलिंग कर दी। जिससे ट्रेन 15 मिनट रुकी रही थी।
ट्रेन की चैनपुलिंग होने पर ट्रेन के गार्ड ने शार्ट संर्किट वाली बोगी में पहुंचकर यात्रियों से चर्चा की, जिसके बाद में ट्रेन इटारसी की ओर रवाना हुई। चैन्नई से जयपुर जाने वाली सपुरफास्ट ट्रेन नंबर 12967 बैतूल स्टेशन पर अपने निर्धारित समय दोहपर 2 बजकर 4 मिनट से करीब 45 मिनट की देरी से 2.47 मिनट पर बैतूल स्टेशन पहुंची थी।
बैतूल स्टेशन पर ट्रेन तीन मिनट रूकने के बाद में 2.50 को इटारसी की ओर रवाना हुई थी, जिसके करीब 15 मिनट बाद ही ट्रेन के एस-10 कोच में मरामझिरी के पास में एक यात्री के मोबाइल चार्जर में शॉर्ट सॢकट होने से धुंआ निकलने लगा। चार्जर के बोर्ड से धुंआ उठता देख बोगी में सफर कर रहे यात्री सक्ते में आ गए। यात्रियों ने ट्रेन की चैन खींचकर ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों का कहना था कि शार्ट सर्किट होने से बड़ा हादसा हो सकता था। बैतूल स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि यात्री के मोबाइल चार्जर से शार्ट सर्किट से ब्लास्ट होने की सूचना मिली थी। स्थिति का जायजा लेने के बाद में ट्रेन को रवाना कर दिया है।