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होशंगाबाद

ये क्या चारागाह पर बन गए खेत तो कहीं तन गए मकान

नहर किनारे के चारागाह पर कब्जा कर कहीं खेत बना लिए तो कहीं हो गए पक्के निर्माण

होशंगाबादNov 17, 2019 / 02:43 pm

sandeep nayak

ये क्या चारागाह पर बन गए खेत तो कहीं तन गए मकान

ये क्या चारागाह पर बन गए खेत तो कहीं तन गए मकान

इटारसी/नहरों के किनारे कभी चारागाह हुआ करते थे यह अब गायब हो चुके हैं। नहर के दोनों किनारों की सिंचाई विभाग की कई एकड़ जमीन पर कब्जा हो गया है। कब्जा करके लोगों ने कहीं खेत बना लिए हैं तो कहीं पक्के निर्माण हो चुके है।
कब्जा की जा चुकी इस जमीन के मामले में सिंचाई विभाग ने कभी कोई संज्ञान नहीं लिया है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी इससे अनिभिज्ञ हो।
तवाडैम के निर्माण के बाद नहरों के लिए शासन ने किसानों की जमीन अधिग्रहीत की थी। इस जमीन पर नहरों का निर्माण किया गया। मुख्य नहरों के साथ ही डिस्ट्रीब्यूटरी, माइनर और सब माइनर बनाए गए थे। मुख्य नहर के दोनों किनारों पर १४० फीट और डिस्ट्रीब्यूटरी और माइनर के किनारों पर भी 40 से 80 फीट तक जगह छोड़ी गई थी।
किनारे पर इसलिए छोड़ी गई थी जगह
नहर के दोनों किनारों पर जगह छोड़ी गई थी। इसके पीछे कारण यह था कि आवश्यकता पडऩे पर इसका उपयोग हो सके। नहरें कच्ची थी जिससे पानी के कटाव के कारण नहरें फूट जाती थी। ऐसे समय में आसपास की छूटी जमीन से मिट्टी खोदकर फीलिंग करके मेंटनेंस किया जाता था।

नीलाम होते थे चारागाह
नहरों के दोनों किनारों पर 40 से 120 फीट तक जमीन खाली छोड़ी गई थी। इस जमीन पर पहले घास लगती थी जो चारागाह के रूप में उपयोग होती थी। इस चारागाह को सिंचाई विभाग हर साल नीलाम भी करता था लेकिन बड़ी नहरों के आसपास की जमीन खेतों में तब्दील हो गई है। डिस्ट्रीब्युटरी के आसपास की जमीन पर तो पक्के निर्माण किए जा चुके है या फिर जगह का निजी उपयोग हो रहा है।
इस तरह होती है मिलीभगत
सिंचाई विभाग की जमीन पर अधिकारियों की मिलीभगत से ही कब्जा हो रहा है। कब्जाधारी से जमीन के उपयोग करने की अनुमति का एक आवेदन दिला दिया जाता है और फिर इस कब्जा कर लिया जाता है।

अभी ऐसे है हालात
पथरौटा बड़ी नहर के दोनों ओर किसानों ने अतिक्रमण करके खेत बना लिए हैं।
डिस्ट्रीब्यूटरी और माइनर के आसपास पक्के निर्माण हो गए हैं। इसका उदाहरण है नया यार्ड में देशी कलारी से इंद्रानगर के बीच सिंचाई विभाग की जमीन थी जहां अब पक्के भवनों का निर्माण हो गया है।
रैसलपुर डिस्ट्रीब्यूटरी के किनारे भी जमीन का निजी का उपयोग हो रहा है। यहां प्लेटिनम रिसोर्ट के पीछे नहर के अंदर पाइप डाल दिया गया है। हालांकि अधिकारी बताते हैं इसकी अनुमति दी गई है।
मोरारजी फर्टीलाइजर के सामने हाईवे 69 क्रॉस करके सिंचाई विभाग का बड़ा रकबा था इसका भी निजी उपयोग किया जा रहा है।
– इस मामले में नोटिस जारी किए जाएंगे। जहां भी कब्जा होगा वहां से कब्जा हटावाया जाएगा।
आईडी कुम्हरे, कार्यपालन यंत्री सिंचाई विभाग इटारसी
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