दरअसल हुआ कुछ यू कि सोमवार यानि कि 23 जुलाई के दिन असम की एक नाबालिग लड़की ने फेसबुक पर कुछ ऐसा पोस्ट कर दिया जिससे अमरीका स्थित फेसबुक के हेडआॅफिस तक हडकंप मच गया।
बता दें, इस लड़की ने पोस्ट किया था कि वह आत्महत्या करने जा रही है। जैसे ही हेडक्वाटर तक यह बात पहुंची तो उन्होंने उस लड़की को बचाने के लिए असम पुलिस से सम्पर्क किया।
पुलिस को जब यह सूचना मिली तब पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। लड़की को लोकेट यानि कि ढूंढ़ने के लिए पुलिस ने फेसबुक से मिलें टिप को आधार बनाया। इसके बाद उस लड़की को बचा लिया गया।
बाद में असम पुलिस ने इस घटना के बारे में ट्वीट करते हुए बताया कि, फेसबुक से उन्हें इस बात की सूचना दी गई थी कि एक स्थानीय नाबालिग लड़की आत्महत्या करने के बारे में कह रही है। बच्ची को ढूंढ़ने के बाद उसे बचा लिया गया। इसके बाद उसके और उसके परिवारवालों की काउसिंलिंग की गई। बच्ची अभी पूरी तरह से ठीक है और अपने माता-पिता की देखरेख में है।
वाकई में यह सोशल मीडिया ही है जिसके माध्यम से एक जान बच सकी। यानि कि यह बात फिर से साबित हो गई कि दुनिया में कोई भी चीज खराब नहीं है बल्कि यह हम पर निर्भर करता है कि हम उसका इस्तेमाल किस तरह से कर रहे हैं।