हर भारतीय पर है कर्ज
आज हम दुनिया भर में कर्ज लेने वालों की लिस्ट में छठे पायदान पर हैं। प्रत्येक भारतीय पर कर्ज की बात करें तो यहां के हर व्यक्ति पर 340 डॉलर का कर्ज है। इसे यदि रुपए में बदलें तो ये कर्ज 22 हजार 135 रुपए 70 पैसे बनता है। ऐसे में अगर इस पैसे का उपयोग कर्ज चुकाने में किया जाता तो लाखों लोगों के सिर से कर्ज उतारा जा सकता था। बताते चलें कि आजादी के सात दशकों के बाद भी कई लोगों को सिर्फ एक टाइम का भोजन ही नसीब हो पाता है। ऐसे में शादी में खर्च हो रहे 720 करोड़ से इन गरीब लोगों को महीनों तक भोजन कराया जा सकता है।
7 साल तक मिल सकता है स्वास्थ्य बीमा अगर नजर डालें किसी सरकार के बजट में तो दिल्ली सरकार ने साल 2018 में स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए 100 करोड़ का बजट तय किया था। जबकि 403 करोड़ रुपए मोहल्ला क्लीनिक के लिए प्रस्तावित किया था ऐसे में ईशा की शादी में जो रकम खर्च हो रही है उससे दिल्ली सरकार अगले 7 साल तक लोगों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दे सकती है तो वहीं अभी दिल्ली में जितने मोहल्ला क्लीनिक संचालित हैं उनकी संख्या को भी बढ़ाकर दोगुना किया जा सकता है।
12 साल में राष्ट्रपति को मिलता इतना वेतन बता दें कि भारत के राष्ट्रपति का वेतन 5 लाख रुपए प्रति माह होता है, मतलब साल भर का 60 लाख रूपये। इस लिहाज से जितना पैसा शादी में खर्च होने जा रहा है उतने में करीब 12 साल तक राष्ट्रपति को वेतन दिया जा सकता है। तो वहीं उपराष्ट्रपति को करीब 18 साल तक वेतन दिया जा सकता है। आप को याद दिला दें कि कुछ महीनों पहले केरल में भयंकर त्रासदी आई थी, इस दौरार संयुक्त अरब अमीरात ने केरल की मदद के लिए भारत सरकार की तरफ 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की पेशकश की थी। यह रकम ईशा की शादि में खर्च हो रही रकम के लगभग बराबर है। अब शादी में हो रहे इतने खर्च को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अपने विचार साझा कर रहें हैं।