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सिरदर्द होना भी कोरोना?
एनल्स ऑफ क्लिनिकल एंड ट्रांसलेशनल न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में शिकागो के विभिन्न नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन अस्पतालों में 509 कोरोनावायरस रोगियों के बीच एक सर्वेक्षण किया गया। जिसमें लगभग 38 फीसदी रोगियों ने कोरोना बीमारी के दौरान सिरदर्द का अनुभव किया था। यानी संक्रमण के दौरान मरीजों ने न्यूरोलॉजिकल लक्षणों की अधिक संभावना रखते थे। शोध में सामने आया कि कोरोना वायरस मनुष्य का मस्तिष्क पर बड़ा प्रभाव डालता है। मामूली या हल्का सिरदर्द या लगातार सिरदर्द संक्रमण का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
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सिरदर्द को समझना होगा
आमतौर पर तनाव भरे दिन के बाद लोगों को सिरदर्द होता है। या फिर मानसिक तनाव के कारण भी सिरदर्द की परेशानी हो सकती है। लेकिन, कोरोना काल में इसे सामान्य नहीं समझना चाहिए। शोध में 82 % कोरोना मरीजों ने न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का अनुभव किया। जबकि, 43 फीसदी ने प्रारंभिक अवस्था में लक्षणों का अनुभव किया। वहीं, 63 फीसदी ने अस्पताल में रहने के दौरान न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का सामना किया। इसलिए इन संख्याओं से संकेत मिलता है कि सिरदर्द सबसे सामान्य न्यूरोलॉजिकल कोविद -19 लक्षणों में से एक है।