खुफ़िया सूचना के अनुसार वायरस का संक्रमण पहले चीनी लैब (chinese lab) से जानवरों में हुआ और उसके बाद वह इंसानों में फैला जो घातक रूप ले चुका है। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इस थ्योरी को अब पूरी तरह खारिज नहीं किया जा रहा है कि शायद कोरोना चीन की लैब से लीक हुआ हो।
कोरोना: बिना घरों से निकले ये लोग भर रहे हैं गरीबों का पेट, आप भी कर सकते हैं ऐसे मदद उन्होंने कहा इसमें कोई दो राय नहीं है कि वायरस जानवरों से ही फैला है लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया गया है कि वायरस वुहान के लैब से लीकर होकर ही सबसे पहले इंसानों में फैला था। अधिकारी ने बताया कि वुहान में चीन का सबसे ऐडवांस लैब इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी मौजूद है और कोरोना भी इसी शहर से पूरी दुनिया में फैला है। ये बात इत्तेफाक नहीं हो सकती।
उन्होंने बताया साल 2004 में चीनी लैब से हुई लीक के कारण घातक सार्स वायरस फैला था जिससे वहां एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 9 अन्य संक्रमित हो गए थे। इस वायरस के लीक होने पर चीनी सरकार ने कहा था कि यह लापरवाही के कारण ऐसा हुआ था और 5 वरिष्ठ अधिकारियों को दंडित किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि ब्रिटेन की सरकार को पूरा शक है कि कोरोना वायरस चीनी लैब से ही लीक हुआ है। हालांकि, अभी तक ब्रिटिश सरकार ने आधिकारिक तौर पर चीन पर ऐसे आरोप नहीं लगाए हैं। लेकिन इसकी जांच की जा रही है।
खुशखबरीः देश में बन रही है कोरोना की वैक्सीन, नाक के जरिए पहुंचाई जाएगी शरीर के अंदर बता दें दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों की संख्या 12 लाख पार कर गई है, 64,700 से अधिक लोगों की मौत हुई है। सबसे बुरा हाल अमरीका है। अमरीका के न्यूयॉर्क में बीते 24 घंटों में 630 लोगों की मौत। अमरीका में मौतों का आंकड़ा 8,400 को पार कर चुका है।