5 मिनट के अंदर 3 धमाके
दिन बुधवार और तारीख 13 जुलाई 2011। इस दिन शाम लगभग 6 बजकर 45 मिनट से लेकर 7 बजे के बीच में ये बम धमाके हुए। पहला धमाका 6:45 पर झवेरी बाजार में, दूसरा धमाका 6:55 पर दादर में और तीसरा धमाका 7:00 बजे ओपेरा हाउस के पास हुआ। यही नहीं मुंबई पुलिस ( Mumbai police ) को दो जिंदा बम सांताक्रूज रोड से भी मिले थे। 18 जुलाई 2011 को मामले की जांच का जिम्मा एटीएस को सौंप दिया गया था। एटीएस चीफ की मानें तो तफ्तीश के दौरान कुल 12 हजार 373 लोगों से पूछताछ की गई। जांच के दौरान 18 राज्यों में धमाकों के सुराग की तलाश की गई और लगातार 29 दिनों तक तकरीबन 180 घंटे के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। धमाका करने वालों को डेढ़ लाख रुपए दिए थे। यह पैसे यासिन भटकल ने मुहैया कराए थे।
कसाब को दिया था इनाम!
जिस दिन ये बम धमाके हुए उस दिन यानि 13 जुलाई को 26/11 के अपराधी अजमल आमिर कसाब ( Ajmal Kasab ) का जन्मदिन भी था, जिसे फांसी की सजा सुनाई जा चुकी थी। ऐसे में माना जा रहा है कि कसाब को उसकी बहादुरी का इनाम देने के लिए आतंक के आकाओं ने इन बम धमाकों की साजिश रची थी। इस दिन शाम 6 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक पाकिस्तान ( Pakistan ) को कितने कॉल किए गए और कितने वहां से आए। इन सबकी भी जांच की गई। इन धमाकों ने हर किसी को हिला कर रख दिया।