टेढ़ा हो रहा था मुंह, नहीं निकल रही थी आवाज जब माता—पिता ने अपने बेटे को देखा तो उसके शरीर का दायां हिस्सा नहीं हिल पा रहा है। यहां तक कि वह ठीक से बोल नहीं पा रहा और उसका मुंह टेढ़ा हो रहा है। वह डर गए और तुरंत अपने बेटे को अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने बच्चे की सर्जरी की। बताया जा रहा है कि उसे डॉक्टरों की निगरानी में अस्पताल में ही भर्ती रखा गया। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हो गया है।
बच्चों को हुआ था ब्रेन स्ट्रोक, डॉक्टर्स भी थे हैरान
डॉक्टरों का कहना है आमतौर पर स्ट्रोक साठ साल की उम्र के बाद होता है, लेकिन साढ़े तीन साल के बच्चे को स्ट्रोक आना उनके लिए बहुत ही हैरान कर देने वाली बात थी। उन्होंने बताया कि बच्चा जब अस्पताल में आया तो उसमें लकवा के लक्षण थे। उसका तत्काल एमआरआई स्कैन किया गया तो पाया गया कि बच्चे की एक आर्टरी में क्लॉट है। इसके कारण दाईं तरफ का रक्त संचार बाधित हो गया और उसे ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। डॉक्टर का कहना है कि सामान्यता मरीज में स्ट्रोक का विंडो पीरियड 6 घंटे तक का होता है। बच्चे के माता-पिता उसे दो घंटे के अंदर अस्पताल ले आए थे। हम लोगों ने तत्काल उसकी सर्जरी शुरू की, जिससे उसकी जान बच गई।