आज आपको रूबरू करा रहे हैं डॉ. के.एस. त्रिसा से। त्रिसा ने अपनी पढ़ाई को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया और उन्होंने देश मे वह मुकाम हासिल किया है जो आज मील का पत्थर बन गया है। डॉ. के.एस. त्रिसा अब तक 12 पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री और कई डिप्लोमा सर्टिफिकेट हासिल कर चुकी हैं। ऐसा करने वाली डॉ. त्रिस देश की एकमात्र महिला बन गई हैं। इस बात की घोषणा की है यूनिवर्सल रिकॉर्ड फोरम ने। जिसने डॉ. के.एस. त्रिसा को एक साथ इतने कोर्स करने वाली भारत की पहली महिला होने का खिताब दिया है।
डॉ. के.एस. त्रिसा ने शिक्षा के क्षेत्र में जो रिकॉर्ड बनाया है उसमें उन्होंने अलग-अलग सबजेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट हासिल किया है। इतना ही नहीं उन्होंने सभी विषयों के पोस्ट ग्रेजुएट अलग-अलग यूनिवर्सिटी से कम्प्लीट किया है। मुख्य रूप से वे विषय हैं इंग्लिश लिटरेचर, संस्कृत लिटरेचर, भरतनाट्यम, योगा आदि।
त्रिसा 3 दशकों से हैं टीचर
मीडिया में छपी खबरों में बताया गया है कि डॉ त्रिसा पिछले तीन दशकों से स्कूल में अध्यापन कर रही हैं। इतना ही नहीं वे स्कूल के प्रिंसिपल की ज़िम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं।
त्रिसा के नॉवेल की है चर्चा
डॉ. के.एस. त्रिसा एक अच्छी लेखिका भी हैं उन्होंने एक नॉवेल लिखा है इसके अलावा वे कविता संग्रह पर आधारित एक किताब भी लिख चुकी हैं।