क्या है दावा?
दरअसल, सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य मंत्रालय एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ( Ministry of Health and Family Welfare ) द्वारा एक पत्र तेजी वायरल हो रहा है। पत्र में कहा गया है कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय एमडी, एमएस, डिप्लोमा और एमडीएस पाठ्यक्रमों में सीटों के आवंटन के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग आयोजित करेगा। लेकिन, जब इस पत्र की जांच पड़ताल की गई तो हकीकत सामने आई।
क्या है सच्चाई?
पत्रिका फैक्ट फाइंडिंग में यह पत्र पूरी तरह फर्जी निकला। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया गया। पत्र में किया गया ऑनलाइन मेडिकल काउंसलिंग और स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में सीटों के आवंटन का दावा पूरी तरह फर्जी है। सरकार ने कहा है कि इस पत्र में ध्यान न दें, क्योंकि मंत्रालय द्वारा ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा गया है।
PIB ने भी बताया फर्जी
सेंटर्स प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के फैक्ट चेक विंग ने भी इस पत्र को फर्जी करार दिया है और कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस समय न तो ऑनलाइन काउंसलिंग कर रहा है और न ही स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में सीटें आवंटित कर रहा है।