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बाड़ीबाड़ा गांव निवासी किसान ओम नारायण ने अपने बेटे से ज्यादा कुत्ते की असीम प्यार को देख उसे अपनी जायदाद का पचास फीसदी हिस्सा देकर उसे घर का सदस्य माना है। किसान ने बाकायदा अपनी वसीयत में अपनी जायदाद का आधा हिस्सा अपने कुत्ते के नाम किया है। जबकि आधा हिस्सा अपनी पत्नी चंपा के नाम लिख दिया है।
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बताया जा रहा है कि किसान के बेटे अक्सर जमीन जायदाद को लेकर उनसे विवाद करते थे।जिसके चलते उन्होंने अपनी वसीयत में से अपने बेटे की जगह पालतू कुत्ते को जायदाद का हिस्सेदार बना दिया।
कुत्ते के नाम कर दी आधी जायदाद
किसान ने कानूनी शपथ पत्र बनाकर अपने पालतू कुत्ते को वारिस घोषित किया है. 50 वर्षीय किसान ओम नारायण वर्मा ने अपनी वसीयत में लिखा है कि ‘मेरी सेवा मेरी पत्नी और पालतू कुत्ता करता है इसलिए मेरे जीते जी वह मेरे लिए सबसे अधिक प्रिय हैं।मेरे मरने के बाद पूरी संपत्ति और जमीन-जायदाद के हकदार पत्नी चंपा वर्मा और पालतू कुत्ता होगा। साथ ही कुत्ते की सेवा करने वाले को जायदाद का अगला वारिस माना जाएगा।