इतना ही नहीं इस पीले तरबूज को खरीदने के लिए कस्टमर बढ़िया दाम भी चुका रहे हैं। ये अनोखा कारनामा करने वाले किसान का नाम राजेंद्र बेदिया है। दरअसल झारखंड के रामगढ़ के चोकड़बेड़ा गांव में रहने वाले राजेंद्र ने आधुनिक खेती के जरिए ये कमाल किया है। उन्होंने पहली बार पीले तरबूज की खेती की है। इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन बीज मंगवाए थे। ये लाल तरबूज जैसे ही दिखते हैं। साथ ही खाने में बेहद मीठे हैं। ये एक ताइवानी तरबूज है।
किसान राजेंद्र ने बताया कि ये तरबूज जब काटा जाता है तो उसमें लाल की जगह पीला फल निकलता है। यह तरबूज अनमोल हाइब्रिड किस्म का है। राजेंद्र ने बताया कि उन्होंने आठ सौ रुपए में दस ग्राम पीले तरबूज के बीज मंगवाए थे। प्लास्टिक मंचिंग एवं टपक सिंचाई पद्धति से इसकी खेती की गई। खेत में 15 क्विंटल से अधिक पीले तरबूज की उपज हुई है। नॉर्मल लाल तरबूज के मुकाबले ये तीन गुना ज्यादा महंगा बिक सकता है। अगर वाजिब दाम मिले तो उन्हें करीब 22 हजार रुपए की आमदनी हो सकती है।