तस्वीर को साझा करते हुए सुशांता ने लिखा, ‘शिकार और शिकारी एक साथ। कई रातों से ये तेंदुआ, गाय के पास आता था, क्योंकि इस गाय ने तेंदुए को एक मां की तरह पाला था
बता दें ये तस्वीर वडोदरा के अंतोली गांव की है और ये साल 2002 में पहली बार सामने आई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक तस्वीर में दिख रहा तेंदुआ रोज रात को गाय से मिलने के लिए आता था। वे गाय के पास आकर बैठते ही गाय उसकी गर्दन को चाटती थी जैसे की मानो वो उसकी की बच्चा हो।
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इतना ही नहीं गाय के पास कुछ आप घरेलु जानवर बंधे होते थे लेकिन तेंदुए ने उन्हें कभी नुकसान नहीं पहुंचाया था। वे आता गाय से मिलता और चला जाता था। ऑनफॉरेस्ट.कॉम के रिपोर्ट के अनुसार तेंदुआ जब भी आता तो आसपास के कुत्ते भौंकने लगते। यहां तक कि गाय के भी कान खड़े हो जाते थे। ये कहानी आज भी गांव वालों के लिए एक पहेली बनी है।