पर्वत के समान है आकार
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ( NASA ) के अनुसार, 1998 OR2 नाम का उल्कापिंड ( MASSIVE ASTEROID 1998 OR2 ) बुधवार को धरती के पास से गुजरेगा। इसका आकार किसी पर्वत के समान है। नासा ने इसको लेकर डेढ़ महीने पहले ही खुलासा कर दिया था। अब इसके धरती के पास से गुजरने में महज 24 घंटे का समय बचा है।
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19 हजार Km से भी ज्यादा होगी रफ्तार
वैज्ञानिकों के मुताबिक, धरती की ओर तेजी से बढ़ रहे इस उल्कापिंड की रफ्तार 19 हजार किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा है। गलती से भी इसकी दिशा में अगर कुछ बदलाव होता है तो धरती के लिए बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई तरह की बातें सामने आई है। कहा जा रहा है कि इतनी तेज गति से ये धरती के किसी हिस्से से टकरा गया तो बड़ी सुनामी तक ला सकता है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने ऐसी किसी भी घटना को लेकर पुष्टि नहीं की है।
पृथ्वी से 62.90 लाख किलोमीटर होगी दूरी
नासा के मुताबिक, इस उल्कापिंड से घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यह धरती से करीब 62.90 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा। हालांकि, अंतरिक्ष विज्ञान में यह दूरी कोई ज्यादा नहीं है, लेकिन कम भी नहीं मानी जा सकती है।
29 अप्रैल को होगा एकदम नजदीक
नासा के मुताबिक ये उल्कापिंड एक बड़े पर्वत के समान है। यह 29 अप्रैल को सुबह पांच बजकर 56 मिनट पर पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा। वैज्ञानिकों ने इसको 1998OR2 नाम दिया है। वैज्ञानिकों ने कहा कि अक्सर धरती के पास से ऐसे उल्का गुजरते रहते हैं। लेकिन इतने बड़े उल्का कभी कभी आते हैं।