कैसे बनी Entrepreneur ?
दादी के एंटरप्रेन्योर (Entrepreneur) बनने की कहानी भी बेहद दिलचस्प हैं। दादी के मुताबिक जब वो 90 साल की थीं और एक रोज उन्हें महसूस हुआ कि पूरी ज़िंदगी ऐसे ही निकाल दी, इस उम्र तक उन्होनें एक रूपया भी नहीं कमाया। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी से अपने दिल की बात बताई और बेटी ने उन्हें बर्फी बनाने का आइडिया दिया। फिर क्या धीरे-धीरे दादी ने आचार, चटनी बनाना शूरू कर दिया और एक सफल एंटरप्रेन्योर बन गई।
Entrepreneur of the Year
अपनी मां के बारे में बताते हुए रवीना कहती हैं कि हर मां अपने अंदर की इस प्रतिभा को किसी न किसी वजह से अपने घर तक ही सीमित रखती है उन्होंने भी ऐसा किया मगर इस वृद्धावस्था में उन्होंने अपने अंदर के जज़्बे को जागकर अपने सपने को जीना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि मां ने ये बिजनेस 500 से शुरू किया था और उनकी पहली कमाई पहली कमाई 2000 रुपए की थी जिसे पाकर वो बेहद खुश थीं।
अब मां के हाथ की बर्फी पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर से लेकर आनंद महिंद्रा को भी खूब पसंद आती है। आनंद मंहिद्रा ने भी दादी के लेकर एक ट्वीट भी किया था जिसमें उन्होंने हरभजर कौर को ‘एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर’ (Entrepreneur of the Year) बताया था।