बता दें कि, सांप का शिकार हुए शख्स के दोस्त के मुताबिक, जब वह फैक्ट्री में काम कर रहा था तो उसी समय उसने एक सांप को अपने हाथों मार डाला था। रात को जब वह सोने को गया तो उसके कमरे में आकर दूसरे सांप ने उसे काट लिया और उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जैसा सांप उसने मारा था, हूबहू उससे मिलती शक्ल के दूसरे सांप ने उस मजदूर को काट लिया। जिसके बाद उसको रोहतक पीजीआई में ले जाया गया और वहां उसने दम तोड़ दिया।
हमारे देश में सांप को नागदेवता के रूप में पुजा जाता हैं और शंकर भगवान के गले में भी सांप को दर्शाया गया हैं। हिंदू धर्म में मान्यता है कि एक कोबरा जाति का सांप होता है। जो कि अपनी सौ वर्ष की उम्र पूरा कर लेने के बाद वह इच्छाधारी सांप बन जाते हैं और फिर वह सैकड़ों वर्षो तक जिंदा रहते हैं। इस तरह के सांपों में अनेक प्रकार की सिद्धियां आ जाती हैं। जिसकी वजह से वह किसी का भी रूप धारण कर लेते हैं लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है इसका जवाब किसी के पास नहीं है।