मानसिक रूप से बीमार युवती की रेप के बाद हत्या, पुलिस ने उठाया अंतिम संस्कार का जिम्मा सूत्रों के मुताबिक दोषी मुकेश को अपनी मां की याद आ रही थी। उसने भावुक होकर उनसे मिलने की इच्छा जताई थी। चूंकि डेथ वारंट (death warrant) जारी होने के बाद अपराधी अपने परिजनों से मिल सकता है। ऐसे में मुकेश की ये इच्छा पूरी की गई थी। उसने जेल संख्या दो के अधीक्षक कार्यालय परिसर में अपनी मां से मुलाकात की थी। आधे घंटे तक चली इस बातचीत के दौरान कई बार मुकेश फूट-फूटकर रोया भी। उसे अपने किए का पछतावा होता दिखा।
हालांकि इस भेंट के बारे में तिहाड़ जेल ने मना किया है। आधिकारिक तौर पर जारी किए गए बयान के मुताबिक ऐसी कोई मुलाकात नहीं हुई है। फिलहाल निर्भया के दोषियों को जेल संख्या दो के कस्तूरी वार्ड में शिफ्ट कियागया है। यहां वे बाकी कैदियों से बिल्कुल अलग-थलग और अकेले रह रहे हैं। उन्हें सूली पर लटकाने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन डमी को फांसी पर लटकाने की प्रैक्टिस कर रहा है।