आज से 12 साल पहले छोटा सिंह के बेटे राजविंदर सिंह की शादी होती है। अपनी बीवी और दो बच्चों को लेकर वह अलग रहता था। सबकुछ ठीक ही चल रहा था। इस बीच अपने 60 वर्षीय पिता छोटा सिंह को वह अपने घर ले आता है ताकि उनकी सेवा करने का मौका मिले।
इस बीच छोटा सिंह का अपनी बहू के प्रति लगाव बढ़ने लगता है और राजविंदर की बीवी भी अपने ससुर के करीब आने लगती है। चोरी छिपे इनका अफेयर चलने लगता है, लेकिन जल्द ही राजविंदर को सारा सच पता चल जाता है। वह पिता को दोबारा अपने भाई के यहां रखकर आने का फैसला लेता है। यह बात राजविंदर की पत्नी और पिता को मंजूर नहीं होता है। दोनों उसे दुनिया से हटाने का फैसला लेते हैं।
राजविंदर जब गहरी नींद में होता है तब छोटा सिंह अपनी ही बहू के साथ मिलकर चाकू से उसकी हत्या कर देता है। इसके बाद दोनों डेडबॉडी को प्लास्टिक के बैग में भरकर रात के अंधेरे में नाले में फेंककर आने का प्लान बनाते हैं। हालांकि इस दौरान उनका एक पड़ोसी इस काम को अंजाम देते हुए उन्हें देख लेता है। पड़ोसी की नजर सबसे पहले बैग पर पड़ती है जिससे खून टपक रहा होता है।
पुलिस को जब इस बात की सूचना दी जाती है तो वह बिना देर किए मौके पर पहुंचकर छोटा सिंह और राजविंदर की पत्नी को गिरफ्तार कर लेती है। पूछताछ में छोटा सिंह सबकुछ कबूल कर लेता है। इस वाक्ये से इलाके के सारे लोग हैरान हैं।