National Oceanic and Atmospheric Administration नें इस बदलाव का मैप तैयार किया है। जिसमें दिख रहा है कि पूरे आर्कटिक क्षेत्र के तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस का इजाफा हुआ है। वहीं साइबेरिया (Siberia) में तापमान सबसे तेज बढ़ा है।
कैदियों पर होगा Corona Vaccine का टेस्ट! बदले में आधी हो जाएगी सजा, जानें क्या है मामला?
Map के मुताबिक 1981 से लेकर 2010 तक उतनी गर्मी नहीं पड़ी थी जितनी पिछले 4 महीनों में पड़ी है। नक्शे में ज्यादा गाढ़ा लाल दिख रहा है वे साइबेरिया के बढ़ते तापमान का है।
बता दें साइबेरिया में इस गर्मी की वजह से साइबेरिया की कई बर्फीली नदियों की बर्फ टूट चुकी है. कई नदियों में बर्फ पिघल रही है। नदियों के पिघलने से कई गावों के डूबने की भी आशंका है।